चंडीगढ़, 18 अक्तूबर (एजेंसी)
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के छह घंटे के ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के तौर पर सोमवार को सुबह किसान कई स्थानों पर ट्रेन की पटरियों पर बैठ गए जिससे पंजाब में कई जगहों पर ट्रेन यातायात बाधित हो गया। पंजाब के लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, मोगा, बठिंडा, पटियाला और फिरोजपुर में प्रदर्शन हुए। कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी हिंसा में न्याय सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त तथा गिरफ्तार करने की मांग को लेकर रेल रोको प्रदर्शन की घोषणा की थी। महिलाओं समेत प्रदर्शनरत किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए और अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की। ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के मद्देनजर रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि किसान फिरोजपुर शहर में फिरोजपुर-फाजिल्का प्रखंड और मोगा के अजितवाल में फिरोजपुर-लुधियाना प्रखंड समेत कई प्रखंडों में ट्रेन की पटरियों पर बैठ गए। उत्तर रेलवे मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि जिन ट्रेनों पर प्रदर्शन का असर पड़ा, उनमें चंडीगढ़-फिरोजपुर एक्सप्रेस शामिल है। लुधियाना से इसे सुबह सात बजे गंतव्य के लिए रवाना होना था लेकिन फिरोजपुर-लुधियाना प्रखंड में अवरोध के कारण यह वहां फंसी रही। नयी दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस शम्भू स्टेशन के पास रोक दी गयी क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने साहनेवाल और राजपुरा के समीप रेल की पटरियां अवरुद्ध कर दी थीं। अधिकारी ने बताया, ‘करीब 25 यात्री और कम दूरी की ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।’ उन्होंने बताया कि फिरोजपुर-हनुमानगढ़ स्पेशल ट्रेन, लुधियाना-हिसार स्पेशन ट्रेन, बठिंडा-श्रीगंगानगर स्पेशल ट्रेन, बठिंडा-लालगढ़ स्पेशल ट्रेन, फुलेरा-रेवाड़ी स्पेशल ट्रेन, रेवाड़ी-जोधपुर स्पेशल ट्रेन, रतनगढ़-चुरू स्पेशल ट्रेन और चुरू-बीकानेर स्पेशल ट्रेन सोमवार को रद्द कर दी गयी। प्रदर्शन के कारण 10 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर जोधपुर जा रहे एक व्यक्ति ने नाराजगी जतायी कि उसे स्टेशन पर पहुंचने के बाद प्रदर्शन के बारे में पता चला। उसने किसान नेताओं से आम आदमी को परेशान करने के बजाय नेताओं के आवासों का घेराव करने की अपील की।
रेल रोकने वालों पर कार्रवाई होगी
लुधियाना (निस) : किसान संगठनों ने रेलवे स्टेशन और पटरी पर धरना देकर रेल यातायात में बाधा डाली। प्रदर्शनकारियों नें लुधियाना के अतिरिक्त ढंडारी, साहनेवाल, लाडूवाल, फिल्लौर, जगरांव, रेलवे स्टेशनों पर भी सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक रेल पटरियों पर बैठकर रोष जताया। फिरोजपुर रेलवे मंडल के ट्रैफिक प्रभारी आरके शर्मा ने बताया कि रेल ट्रैक पर बैठकर रेलगाड़ियों के परिचालन अवरुद्ध करने वालों पर रेल अधिनियम के अंर्तगत कार्रवाई होगी।
होशियारपुर में भी ट्रेनें रोक किसानों ने लगाया धरना
होशियारपुर (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठनों ने होशियारपुर रेलवे स्टेशन पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रेनों को रोक कर धरना दिया। भाकियू (राजेवाल) से लखवीर सिंह, बीकेयू दोआबा से सोहन सिंह सहरी, आजाद किसान संघर्ष कमेटी दोआबा से गुरदीप सिंह खुनखुन, आजाद किसान कमेटी दोआबा से रणजीत सिंह काहरी, जम्हूरी किसान सभा पंजाब से दविंदर सिंह कक्कों, कुल हिंद किसान सभा से गुरमेश सिंह, कीर्ति किसान यूनियन के अध्यक्ष जगतार सिंह भिंडर, बीकेयू (उगराहां) से शिंगरा सिंह, बीकेयू दोआबा के जगदीप सिंह काहरी ने आरोपियों सजा देने की मांग को लेकर ट्रेन रोकने का आह्वान किया।
बठिंडा में किया रेल का चक्का जाम
बठिंडा (निस) : मोर्चे के आह्वान पर भाकियू एकता उगराहां ने रेल लाइनों पर धरने दिए। किसान नेता जसवीर सिंह बुर्जसेमा ने बताया कि यूनियन के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष मोठू सिंह कोटड़ा और सुखदेव सिंह जवंधा के नेतृत्व में बठिंडा-फिरोजपुर रेल लाइन पर गोनियाना मंडी में, गुरपाल सिंह दियोण तथा जसपाल सिंह कोठागुरू के नेतृत्व में बठिंडा-दिल्ली-अंबाला रेल लाइन पर रामपुरा में, धर्म पाल जंडियां के नेतृत्व में बठिंडा-बीकानेर रेल लाइन पर गांव पथराला में सुबह 10 बजे से सांय 4 बजे तक रेल का चक्का जाम किया गया। धरने को परमजीत कौर पिथो, मालन कौर कोठागुरू, कुलवंत शर्मा, नौजवान भारत सभा के सर्बजीत मौड़, डीटीएफ के मास्टर जसविंदर सिंह ने भी सम्बोधित किया।
केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
कपूरथला (निस) : संयुक्त किसान मोर्चे से संबंधित किसान और मजदूर जत्थेबंदियों, बार एसोसिएशन, साहित्य सभा व मुलाजिम जत्थेबंदियों ने लखीमपुर खीरी में घटी घटना में शहीद हुए किसानों के मारे जाने के विरोध में तलवंडी चौक में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले किसान व मजदूर जत्थेबंदियों ने तलवंडी चौंक तक रोष मार्च निकाला। नेताओं ने मांग की कि आरोपियों को सख्त सजाएं दी जाए और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कर तुरंत बर्खास्त किया जाए। संयुक्त किसान मोर्चे के नेता एडवोकेट राजिंद्र सिंह राणा ने कहा कि देश के किसान न्याय लेने और कृषि कानूनों को रद्द करवाने और फसलों के कम से कम समर्थन मूल्य का कानून बनाए जाने तक संघर्ष जारी रखेंगे।