बरनाला, 26 मई (निस)
रविवार को भारतीय किसान यूनियन उगराहां तथा संघर्षशील संगठनों ने अनाज मंडी में संयुक्त रैली की। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि अब तक जो भी सरकारें आईं, किसी ने भी किसानों के हित में नहीं सोचा, बस किसानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया। उगराहां ने कहा कि वोटों से मेहनतकश लोगों के हालत नहीं बदलने वाले बल्कि किसानों को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोग 75 साल से झंडे और पार्टियां बदलकर आ रहे हैं परंतु जीतने के बाद ये विधानसभा और लोकसभा में मेहनतकश लोगों के पक्ष में कानून न बनाकर पूंजीपतियों के हित में काम करते हैं। किसानों को संगठित होकर अपनी मांगों के लिए संघर्ष करना होगा, तभी हमें अपने अधिकार मिलेंगे। इस मौके पर भाकियू के साथ विभिन्न संगठनों ने मांग की कि निजीकरण-व्यवसायीकरण की नीतियों को रद्द किया जाये।