चंडीगढ़, 21 अप्रैल (हप्र):
पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने राज्य में चल रहे गेहूं की खरीद के प्रबंधों और बेमौसमी बारिश से खराब हुई फसल का जायजा लेने के लिए रविवार को डिप्टी कमिशनरों के साथ आपात बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव ने डिप्टी कमिशनरों को आदेश दिया कि वह हर हालत में यकीनी बनाएं कि किसानों की तरफ से मंडी में लाई गई फसल की तत्काल खरीद हो। 48 घंटों के अंदर फसल की अदायगी किसान के खाते में करवाई जाए। उन्होंने डिप्टी कमिशनरों को आदेश दिया कि वह हर रोज अपने जिले की खरीद एजेंसियों के साथ मीटिंग करें, जिसमें वह जिले की हर मंडी में हो रही खरीद की समीक्षा करें। वर्मा ने डिप्टी कमिशनरों को यह भी आदेश दिए कि वह निजी तौर पर मंडियों का दौरा करें।
उन्होंने कहा कि बेमौसमी बारिश से हुए किसानों के नुकसान संबंधी रिपोर्ट सरकार को तत्काल भेजी जाए। उन्होंने बताया कि इस बार मंडियों में कुल 132 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद की संभावना है। इसमें से अब तक मंडियों में 17.14 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हो चुकी है। खरीद एजेंसियों की तरफ से 13.23 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कर ली गई है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों को 752 करोड़ की अदायगी बनती थी। इसके मुकाबले किसानों को 898 करोड़ की अदायगी की जा चुकी है। कई किसानों को 48 घंटे से पहले अदायगी की गई है।
उन्होंने कहा कि फसल की लिफ्टिंग का विशेष ध्यान रखा जाए
बैठक कि प्रमुख सचिव ख़ाद्य और सिविल सप्लाई विकास गर्ग, खरीद एजेंसियों मार्कफैड, पनसप, पनग्रेन, वेयरहाउस कार्पोरेशन के एमडी, पंजाब मंडीकरण बोर्ड के सचिव, एफसीआई के जनरल मैनेजर और सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर वीडियो कान्फ्रेंस से जुड़े।