चंडीगढ़, 17 मई (एजेंसी)
पंजाब के कई किसान फिर आंदोलनरत हैं। अपनी मांगों को लेकर चंडीगढ़ की ओर बढ़े किसान फिलहाल मोहाली के पास डटे हैं। चंडीगढ़-मोहाली सीमा को सुरक्षा बलों ने सील किया है। कई किसान संगठनों द्वारा गेहूं खरीद पर बोनस, धान की बुआई और एमएसपी से संबंधित कई मांगें रखी गयी हैं। संगठनों द्वारा अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन को लेकर केंद्र शासित प्रदेश की तरफ बढ़ने की घोषणा के बाद चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारी किसानों को चंडीगढ़ में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकैड लगाने के साथ-साथ पानी की बौछार करने के लिए वाहन तैनात किए हैं।
कई किसान संगठनों ने केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर एक वर्ष के लंबे आंदोलन की तर्ज पर चंडीगढ़ में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। पंजाब के विभिन्न हिस्सों से आये किसान मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में एकत्रित हुए हैं। किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली, बसों और अन्य वाहनों में राशन, बिस्तर, पंखे, कूलर और रसोई गैस सिलेंडर आदि लेकर आए हैं। भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि चंडीगढ़ जाते समय किसानों को जहां रोका जाएगा वे वहीं पर अपना ‘पक्का मोर्चा’ शुरू कर देंगे। लखोवाल के मुताबिक, किसानों की मांग है कि सरकार 10 जून से धान की बुआई करने दे। राज्य सरकार ने बिजली की खपत ज्यादा न बढ़ने देने और भूजल संरक्षण के उद्देश्य से 18 जून से बुवाई की अनुमति देने का फैसला किया था। किसान चाहते हैं कि मक्का और मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य की अधिसूचना जारी हो।