लापता युवकों के परिजनों और गांववासियों ने घग्गा थाने का किया घेराव
पिछले एक महीने से लापता चल रहे गांव ड्रोली के दो युवकों द्वारा पड़ोसी गांव की नाबालिग लड़की को लेकर फरार होने के मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब लापता लड़कों के परिजनों और गांववासियों ने घग्गा थाने का घेराव कर गेट के सामने धरना लगा दिया। करीब एक महीना बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई न करने पर ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उधर, पुलिस ने मामले की गहनता से जांच कर जल्द समाधान का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। लापता लड़कों के पिता गुरमुख सिंह, बलविंदर राम और माता अमरजीत कौर व अमरिको देवी ने बताया कि उनके बेटे पातड़ां के कार बाजार में डेंटिंग पेंटर का काम करते हैं। 29 व 30 जुलाई की रात को उनके बेटे मिनत राम और मन्नू अचानक घर से चले गए। सुबह करीब 3 बजे साथ लगते गांव से लड़की के माता-पिता पुलिस के साथ उनके घर आए और कहा कि दोनों लड़के उनकी नाबालिग बेटी को लेकर फरार हो गए हैं। इस बीच जब वे लड़कों की तलाश कर रहे थे तो भाखड़ा नहर के किनारे उनकी मोटरसाइकिल के कुछ हिस्से मिले, जिससे परिवार को शक हुआ। गोताखोर को नहर में लड़कों की मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन मिला। उन्हें शक था कि लड़के गायब हो गए हैं या उनकी हत्या कर दी गई है, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
इस मौके पर गुरप्रीत सिंह उरलाना, जरनैल सिंह ड्रोली, अमन घग्गा, जस घग्गा, जसकरण सिंह, मनदीप सिंह मोमियां, जसविंदर सिंह, राजू, रोशन राम, दर्शन राम, नंबरदार बीरा राम ड्रोली और मेवा राम आदि मौजूद थे। मामले संबंधी थाना प्रमुख घग्गा पवित्र सिंह ने बताया कि लापता नाबालिग लड़की के पिता के बयानों के आधार पर नाबालिग लड़के के साथ लड़की को ले जाने वाले लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बादशाहपुर पुलिस चौकी प्रभारी जय प्रकाश सिंह के नेतृत्व में पुलिस जांच कर रही है।