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पातड़ां के निकट बादशाहपुर में पुलिस चौकी के पास विस्फोट, सहकारी सभा कार्यालय की खिड़कियां टूटी

गुरतेज सिंह प्यासा/निस संगरूर, 1 अप्रैल कस्बा बादशाहपुर पुलिस चौकी के निकट एक शक्तिशाली विस्फोट से पुलिस चौकी के बगल में स्थित सहकारी सभा कार्यालय की खिड़कियां टूट गईं। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी पटियाला डॉ. नानक सिंह और...
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पातड़ां के निकट बादशाहपुर‌पुलिस चौकी (इनसेट) में विस्फोट के बाद घटनास्थल का जायजा लेते पुलिस अधिकारी। -निस
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गुरतेज सिंह प्यासा/निस

संगरूर, 1 अप्रैल

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कस्बा बादशाहपुर पुलिस चौकी के निकट एक शक्तिशाली विस्फोट से पुलिस चौकी के बगल में स्थित सहकारी सभा कार्यालय की खिड़कियां टूट गईं। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी पटियाला डॉ. नानक सिंह और एसपीडी योगेश शर्मा ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी, लेकिन अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है। प्रारंभिक जांच में एसएसपी पटियाला ग्रेनेड हमले से इनकार कर रहे हैं और कहा जा रहा है कि आगे की जांच के बाद वास्तविक तथ्य सामने आएंगे।

बादशाहपुर पुलिस चौकी प्रभारी प्रेम सिंह ने भी विस्फोट की पुष्टि करते हुए कहा कि हालांकि विस्फोट के कारण और इसमें प्रयुक्त पदार्थ के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, फिर भी जांच जारी है। आसपास के स्थानीय लोगों ने भी विस्फोट की आवाज सुनने की पुष्टि की है। पुलिस विस्फोट के कारण और संभावित संदिग्ध वस्तु की पहचान करने का प्रयास कर रही है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस विस्फोट से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। हालांकि, किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।

बब्बर खालसा ने ली जिम्मेदारी

घटना के बाद फेसबुक पर बब्बर खालसा नाम के पेज पर एक पोस्ट डाली गई है, जिसमें बब्बर खालसा ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और लिखा है कि बादशाहपुर पुलिस स्टेशन पर डबल ग्रेनेड हमला हुआ है जिसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासिया, गोपी नवांशहरिया और जीशान अख्तर लेते हैं। यह हमला पिछले ग्रेनेड हमले का हिस्सा है। पोस्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि 1978 से युवाओं और उनके परिवारों के खिलाफ पुलिस द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के परिप्रेक्ष्य में ये हमले जारी रहेंगे। इसमें कहा गया है कि माझा से दोआबा तक, मालवा से दिल्ली तक ऐसे हमले तब तक जारी रहेंगे, जब तक ये लोग खालसा राज्य की स्थापना नहीं कर लेते।

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