ईटीटी अध्यापकों ने वित्त मंत्री के दफ्तर में दिया चेतावनी पत्र
कमल ठाकुर ने कहा कि वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और संबंधित अधिकारियों के साथ कई बार बैठकें हुईं, लेकिन हर बार टालमटोल नीति अपनाई गई। चुनावों से पहले वित्त मंत्री ने इस मसले को जायज ठहराते हुए इसका समाधान करने का भरोसा दिया था, पर अब वह सरकार बनने के बाद भी इस पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
पंजाब सरकार की वादाखिलाफी से तंग आकर 180 ईटीटी अध्यापकों ने जीटीयू के समर्थन से संघर्ष तेज करने का फैसला किया है। इसके तहत 14 अगस्त को दिड़बा, 24 अगस्त को कौहरियां, दीवानगढ़ काईपुर, रोगला, 31 अगस्त को जखेपल वास, धालीवाल वास, हंबलास और 7 सितंबर को उगराहां, मौजोवाल, गंढुआं गांवों में डोर टू डोर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।
इस अभियान के दौरान अध्यापक अपने परिवारों और जीटीयू के साथ मिलकर हर गली, मोहल्ला और बाजार में सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगों का उचित समाधान नहीं किया जाता।