अमृतसर, 12 जून (ट्रिन्यू)
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने आईआईएम अमृतसर परिसर का दौरा किया। डॉ सरकार ने आईआईएम के ट्रांजिट परिसर में एक पेड़ लगाया। इसके उपरांत डॉ सरकार ने आईआईएम अमृतसर के सभागार में यहाँ के फैकल्टी, कर्मचारियों और छात्रों से मुलाकात की। उन्होंने श्री गुरु नानक के शब्दों का हवाला देते हुए उन्होंने समझाया कि शिक्षा का उद्देश्य लोगों का कल्याण है। आईआईएम अमृतसर जैसे संस्थान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और 21वीं सदी के कौशल प्रदान करके लोगों के कल्याण की दिशा में काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निर्माण में अभूतपूर्व गहराई और अनुसंधान के पैमाने को याद करते हुए उन्होंने बताया कि यह नीति जीवन के हर पहलू से कैसे संबंधित है। उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रों को अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए न तो कम बोलना सीखना चाहिए और न ही अधिक। उन्होंने प्रतिभागियों से ज्ञान के माध्यम से एकता और अखंडता के उद्देश्य से हमारी समृद्ध परंपरा, संस्कृति और प्रथाओं को संजोने का आग्रह किया। उन्होंने सुझाव दिया कि हमारी अनुसंधान और नवाचार गतिविधियों से वंचित व्यक्तियों को अत्यधिक लाभ पहुंचना चाहिए और उद्योग और अकादमिक संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस अवसर पर आईआईएम अमृतसर निदेशक प्रो. नागराजन राममूर्ति ने केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री को संस्थान की स्थापना के बाद से हासिल किए गए विभिन्न मील के पत्थरों से अवगत कराया। औसत कोस्ट टू कंपनी (सीटीसी) में लगातार वृद्धि के साथ संस्थान ने अपने छात्रों को सफलतापूर्वक 100 प्रतिशत प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान की है। आईआईएम अमृतसर के एमबीए छात्रों ने 2021-22 में 14.63 एलपीए का औसत सीटीसी प्राप्त किया।