देश के दो अमर शहीदों प्रीतपाल सिंह और हरमिंदर सिंह को भावभीनी अंतिम विदाई
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए लांस नायक प्रीतपाल सिंह और सैनिक हरमिंदर सिंह की पैतृक धरती आज गमगीन रही। दोनों वीर सपूतों को उनके गांवों में भारी जनसैलाब के बीच राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हर आंख नम थी, हर दिल मातम में डूबा था, क्योंकि देश की सेवा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले इन जवानों की शहादत ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया है।
लांस नायक प्रीतपाल सिंह (29) का पार्थिव शरीर उनके गांव मानूपुर पहुंचा, जहां सेना की टुकड़ी ने सलामी दी और पूरा गांव उनकी बहादुरी को सलाम करता दिखा। विधायक जगतार सिंह दयालपुरा ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की ओर से गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब सरकार इस कठिन समय में शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रीतपाल सिंह ने देश के लिए बहादुरी और समर्पण की मिसाल कायम की, उनकी शहादत युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।
परिवार के सदस्यों के बीच उप-मंडल मजिस्ट्रेट रजनीश अरोड़ा ने संवेदनाएं प्रकट करते हुए आश्वासन दिया कि प्रशासन हर संभव मदद करेगा। उन्होंने कहा कि शहीद धर्म, जाति या क्षेत्र से ऊपर होते हैं और वे हमारे राष्ट्र के अमूल्य रत्न हैं।
एक करोड़ की सहायता राशि देगी पंजाब सरकार
फतेहगढ़ साहिब के गांव बदीनपुर में शहीर सैनिक हरमिंदर सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा, जहां सैनिकों ने हथियार झुका कर उन्हें अंतिम सलामी दी। नम आंखों और भारी मन से परिवार और गांव वाले अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई देते हुए भावुक थे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के प्रतिनिधि, विधायक गुरिंदर सिंह गैरी ने परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का भरोसा दिया।