पंजाब में बिजली कर्मचारी कल से दो दिवसीय हड़ताल पर
यूनियन नेताओं का कहना है कि 2 जून को बिजली मंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी, जिसमें कई मुद्दों पर समझौता हुआ था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि लंबित मांगों के समाधान के लिए प्रदर्शन करना उनके लिए आखिरी विकल्प बचा है।
कर्मचारी संगठनों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने समय माँगा था, पर तीन सप्ताह बीत जाने के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया। 25 जून से कर्मचारी वर्क-टू-रूल के तहत केवल अपनी निर्धारित ड्यूटी ही कर रहे हैं।
उनकी मुख्य मांगों में अधिक मुआवजा, ड्यूटी के दौरान घायल कर्मचारियों का पूर्ण इलाज, ठेकेदार कर्मचारियों की स्थायी भर्ती, पुरानी पेंशन बहाली, वेतन समानता, महिला कर्मचारियों के लिए अलग शौचालय, और जर्जर कार्यालयों की मरम्मत शामिल हैं।
इस संघर्ष में पीएसईबी कर्मचारी ज्वाइंट फोरम, बिजली कर्मचारी एकता मंच, ग्रिड सब-स्टेशन कर्मचारी यूनियन, पावरकॉम एंड ट्रांसको पेंशनर्स यूनियन (ईटीयूसी), और पेंशनर्स फेडरेशन (पंजाब) सहित कई प्रमुख यूनियन शामिल हैं।