रवि पाठक/निस
कपूरथला, 28 मार्च
रेल डिब्बा कारखाना कपूरथला की ओर से कम लागत से तैयार किए गए विश्व स्तरीय इकोनामी क्लास कोच यात्रियों को खूब लुभाने लगा है। एक तो इन कोचों का किराया कम है और दूसरा इन कोचों में सीटों की संख्या 72 की बजाए 83 कर दी गई है। इस कोच में सवार यात्री कम किराये में ही एससी थ्री टियर व इकोनमी क्लास का लुत्फ उठा रहे हैं। भारतीय रेलवे की तरफ से पिछले साल आरसीएफ को 200 से अधिक कोच बनाने का लक्ष्य दिया गया था जिसे मौजूदा वित्तीय वर्ष के अंत तक हासिल कर लिए जाने की संभावना है। यह कोच नार्दर्न वेस्टर्न रेलवे, नार्दर्न सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे को भेजे गए थे सफलतापूर्वक चल रहे है, जिनकी तरफ से इन कोचों को विभिन्न रुटों पर अलग-अलग मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाया गया है। आरसीएफ के महाप्रबंधक अशेष अग्रवाल ने बताया कि एक एसी थ्री टियर इकोनामी क्लास कोच की लागत लगभग दो करोड़ 75 लाख रुपये आती है जबकि थ्री टियर की तीन करोड़ 85 की लागत आती है। यह दुनिया का सबसे सस्ता एसी कोच है। इससे पहले इस कोच का 180 किलोमीटर की स्पीड पर सफलतापूर्वक ट्रायल किया गया। यह कोच अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं। इसके साथ ही इससे ट्रेनों की यात्री क्षमता में भी वृद्धि हुई है। इस कोच में 83 सीट हैं जबकि आम तौर पर कोच में 72 सीट होती हैं। इस कोच में अब आम आदमी भी कम किराए में एसी थ्री टियर का मजा ले सकेंगे।जीएम अग्रवाल ने बताया कि आरसीएफ ने भारतीय रेल के प्रथम थ्री टियर एसी इकोनामी क्लास कोच का पिछले साल मात्र तीन महीने में निर्माण किया गया था।