चंडीगढ़, 1 दिसंबर (एजेंसी)
पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह द्वारा स्कूली शिक्षा को लेकर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर सवाल खड़ा किए जाने के कुछ दिन बाद बुधवार को सिसोदिया ने सीमावर्ती राज्य के दो स्कूलों का औचक दौरा किया और उनकी स्थिति को दयनीय करार दिया। परगट सिंह ने सोमवार को एनपीजीआई पैमाने के आधार पर पंजाब के स्कूलों के साथ तुलना के लिए दिल्ली के 250 सरकारी स्कूलों और उनके प्रमुख मापदंडों की सूची देने की चुनौती दिल्ली सरकार को दी थी। इसके जवाब में दिल्ली के शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में दो स्कूलों का औचक दौरा किया। चमकौर साहिब निर्वाचन क्षेत्र के मकरोना कलां गांव में एक स्कूल के बाहर खड़े सिसोदिया ने दावा किया कि स्कूल का शौचालय बदबूदार है और कक्षाओं में मकड़ी के जाले लगे हैं और फर्नीचर टूटा हुआ है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ सिसोदिया ने मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के चकलां गांव में एक अन्य सरकारी प्राथमिक विद्यालय का भी दौरा किया। सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं पंजाब के मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र और उनके गांव में हूं। मकरोना कलां में नर्सरी से कक्षा पांचवीं तक के इस स्कूल में केवल एक शिक्षक है, जोकि 6,000 रुपये प्रति माह के वेतन पर कार्यरत है।’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा, इस स्कूल में एक सहायक काम कर रहा है। सिसोदिया ने कहा, ‘यह स्थिति चन्नी के विधानसभा क्षेत्र के एक स्कूल की है। अगर हम इसे ‘नंबर एक’ स्कूल कहें तो यह बच्चों के साथ मजाक है।’
मलूका का स्कूल दिल्ली से भी बेहतर : सिकंदर
बठिंडा (निस) : शिक्षा ढांचे में बेहतरी के दावों को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह के बीच चल रही बहस में अब पूर्व शिक्षा मंत्री पंजाब व अकाली दल किसान विंग के अध्यक्ष सिकंदर सिंह मलूका भी कूद पड़े हैं। मलूका ने उक्त दोनों नेताओं को चुनौती देते हुए व आमंत्रित करते हुए कहा है कि अगर मनीष सिसोदिया दोनों राज्यों के शिक्षा ढांचे व स्कूलों की कारगुजारी की तुलना करना चाहते हैं तो वह उनके विधानसभा क्षेत्र रामपुरा के स्कूल देखने आएं। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के बेहतर स्कूलों के दस वर्षों के आंकड़े लेकर आएं तथा मलूका गांव के सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल से तुलना करें, मलूका का स्कूल दिल्ली के सबसे बेहतरीन स्कूलों से भी बेहतर है।