हिबानामा ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू करवाने के लिए दिया धरना
संगरूर, 17 जून (निस)
पिछले नौ महीनों से बंद पड़ी हिबानामा ट्रांसफर प्रक्रिया को शुरू करवाने के लिए मालेरकोटला के विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने मोहम्मद जमील एडवोकेट के नेतृत्व में स्थानीय तहसील कार्यालय मालेरकोटला के समक्ष धरना दिया तथा तहसीलदार के नाम डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। बिना किसी पैसे के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संपत्ति के स्वामित्व का स्वैच्छिक हस्तांतरण हिबा कहलाता है। मुस्लिम कानून के अनुसार हिबानामा संपत्ति के उपहार (हिबा) की एक लिखित घोषणा है। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मोहम्मद जमील एडवोकेट ने कहा कि वर्ष 2008 में मुस्लिम समुदाय के पिछड़ेपन को देखते हुए दिवंगत मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मुस्लिम समुदाय को हिबानामा का तोहफा दिया था। पिछली अकाली व कांग्रेस सरकारों के दौरान हिबानामा की यह सुविधा लगातार मिलती रही है, लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद हिबानामा ट्रांसफर में दिन-प्रतिदिन बाधाएं पैदा होने का दौर शुरू हो गया है। आज के धरने को संबोधित करने वालों में डॉ. अब्दुल कलाम वेलफेयर फ्रंट के अध्यक्ष समशाद झोक, महासचिव मुंशी मोहम्मद फारूक, अकाली नेता सफीक चौहान और जाहिदा सुलेमान भी थे।