चंडीगढ़, 4 अगस्त (एजेंसी) आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करके उनसे अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के पास स्थित सरायों पर लगाए गए 12 प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को वापस लेने की मांग की। जीएसटी परिषद ने जून में फैसला किया था कि 1000 रुपये से कम कीमत पर एक दिन के लिए कमरा उपलब्ध कराने वाले सभी होटलों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट किया, ‘पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और उन्हें अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के पास स्थित सरायों पर लगाए गए 12 प्रतिशत जीएसटी लगाने के फैसले को वापस लेने के संबंध में पत्र सौंपा।’ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को सरायों पर जीएसटी लगाने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि सरकार स्वर्ण मंदिर के पास स्थित सरायों पर ठहरने वाले श्रद्धालुओं को निशाना बना रही है। जीएसटी परिषद के निर्णय को मनमाना और आतार्किक करार देते हुए मान ने कहा था कि गुरु गोबिंद सिंह एनआरआई निवास, बाबा दीप सिंह निवास और माता भाग कौर निवास समेत कई सराय स्वर्ण मंदिर से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि ये सराय हमेशा से गुरुद्वारा परिसर के एकीकृत हिस्सा रहे हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।