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मुख्यमंत्री से जुड़ी कथित वायरल वीडियो की फोरेंसिक जांच की मांग : सुखपाल सिंह खैरा

पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और प्रमुख विपक्षी नेता सुखपाल सिंह खैरा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से जुड़ी सोशल मीडिया पर प्रसारित कथित वायरल वीडियो की स्वतंत्र फोरेंसिक जांच की मांग की है। खैरा ने शुक्रवार को जारी बयान में...

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नयी दिल्ली में मंगलवार को सांसद कुमारी सैलजा, किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा, बजरंग पूनिया को बुके भेंट करते हुए। -फाइल चित्र
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पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और प्रमुख विपक्षी नेता सुखपाल सिंह खैरा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से जुड़ी सोशल मीडिया पर प्रसारित कथित वायरल वीडियो की स्वतंत्र फोरेंसिक जांच की मांग की है।

खैरा ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि यदि यह वीडियो वास्तव में फर्जी है तो यह सवाल उठता है कि पंजाब सरकार ने अब तक इसकी फोरेंसिक लैब से जांच क्यों नहीं करवाई। उन्होंने याद दिलाया कि पहले भी एक समान मामले में राज्यपाल ने मंत्री कट्टारूचक के कथित सेक्स टेप की जांच चंडीगढ़ स्थित फोरेंसिक प्रयोगशाला से करवाई थी जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हुई थी।

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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से संबंधित इस संवेदनशील मामले में भी वही पारदर्शिता और तत्परता दिखाई जानी चाहिए थी। खैरा ने मोहाली कोर्ट के उस आदेश पर भी सवाल उठाया जिसमें बिना फोरेंसिक सत्यापन के वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाने का निर्देश दिया गया था। उनके अनुसार इससे मामले में स्पष्टता आने के बजाय जनता में भ्रम और अटकलें और बढ़ी हैं।

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कांग्रेस विधायक ने कहा कि जब तक वीडियो की वैज्ञानिक जांच नहीं होती तब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की अस्पष्टता जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाती है और अनावश्यक विवाद को जन्म देती है।

खैरा ने मांग की कि पंजाब सरकार इस वीडियो को राज्य से बाहर की किसी स्वतंत्र और विश्वसनीय फोरेंसिक प्रयोगशाला में भेजे ताकि निष्पक्ष रूप से सच्चाई सामने आ सके।

उन्होंने कहा कि सत्य की जीत होनी चाहिए और केवल वैज्ञानिक जांच ही मौजूदा भ्रम को समाप्त कर सकती है। सरकार को तुरंत कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट को सार्वजनिक करना चाहिए ताकि पंजाब की जनता के मन में कोई संदेह न रहे।

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