होशियारपुर, 21 मार्च (निस)
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि देश की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। देश की सेवा के लिए आज महिलाएं बढ़-चढ़ कर सेना, अर्ध सैनिक बलों व पुलिस में शामिल हो रही हैं जो कि हम सभी के लिए गौरव का विषय है। वे आज सहायक प्रशिक्षण केंद्र सीमा सुरक्षा बल, खड़का कैंप में महिला नवआरक्षकों की पासिंग आउट परेड के दौरान बतौर मुख्यातिथि नव आरक्षकों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ आईजी बीएसएफ खड़का कैंप मधु सूदन शर्मा, डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात, एस.एस.पी. ध्रुमन एच. निंबाले भी मौजूद थे। राज्यपाल ने महिला नव आरक्षकों के आत्म विश्वास, कौशल व समन्वय के उत्कृष्ट प्रदर्शन और बीएसएफ को करियर के रूप में चुनने के लिए महिला नवआरक्षकों की सराहना की। आज सहायक प्रशिक्षण केंद्र सीमा सुरक्षा बल खड़कां में महिला नव आरक्षकों की पासिंग आउट परेड और शपथ समारोह में 451 महिला नव आरक्षक (बैच नंबर 253 व 254) महिला आरक्षक के रुप में अपनी-अपनी वाहनियों में शामिल होने के लिए पास आउट हुई। आईजी मधुसूदन शर्मा ने राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इनको 44 सप्ताह की हथियार चलाने, मनोविज्ञान, अपराध विज्ञान, ड्रिल, सिविल कानून, प्राकृतिक आपदा, फर्स्ट एड व मानवाधिकार आदि संबंधी कठिन प्रशिक्षण दिया गया है।
नवआरक्षकों को प्रदान किये गये पदक
राज्यपाल की ओर से विभिन्न इनडोर व आउटडोर विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नव आरक्षकों को पदक प्रदान किए गए, जिनमें बैच नंबर 253 में बेस्ट इन ड्रिल में नैनीताल की पूजा कोरांगा, ओवर आल सैकेंड महाराष्ट्र की मुराल सयाली, ओवर आल फर्स्ट बिहार की माधवी कुमारी, बेस्ट इन शूटिंग पश्चिम बंगाल की सुष्मिता चौधरी व बेस्ट इन इंडोरेंस में महाराष्ट्र की पटले ऊषा को पदक प्रदान किया। इसी तरह बैच नंबर 254 में ओवर आल सैकेंड महाराष्ट्र की सोनाली शिंदे, बेस्ट इन शूटिंग आसाम की नारिना हजारिका, ओवर आल फर्स्ट और बेस्ट इन इंडोरेंस महाराष्ट्र की मुक्ता भीमराज व बेस्ट इन ड्रिल व परेड कमांडर पश्चिम बंगाल की सुष्मिता मलिका ने मुख्यातिथि से पदक प्राप्त किया।
रशिक्षण के दौरान इन नवआरक्षकों को आत्म निर्भर, अनुशासन में रहने व मानसिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए हर संभव कोशिश की गई है, ताकि वे अपनी ड्यूटी दौरान विपरित परिस्थितियों का सामना मजबूती से कर सकें।