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डल्लेवाल का इलाज शुरू, 121 किसानों का आमरण अनशन खत्म

गुरतेज सिंह प्यासा/ निससंगरूर, 19 जनवरी खनौरी बॉर्डर पर 55 दिन से अामरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने केंद्र से वार्ता को न्योता मिलने के बाद आखिरकार मेडिकल ट्रीटमेंट लेना शुरू कर दिया है। शनिवार आधी...
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संगरूर के खनौरी में आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता के शुरुआती चरण में ड्रिप लगायी गयी। -प्रेट्र
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गुरतेज सिंह प्यासा/ निससंगरूर, 19 जनवरी

खनौरी बॉर्डर पर 55 दिन से अामरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने केंद्र से वार्ता को न्योता मिलने के बाद आखिरकार मेडिकल ट्रीटमेंट लेना शुरू कर दिया है। शनिवार आधी रात के बाद डल्लेवाल को ब्लड प्रेशर की दिक्कत आने लगी तो डाॅक्टरों ने उनको ड्रिप‌ लगाई। वहीं, आमरण अनशन पर बैठे 121 अन्य किसानों ने डल्लेवाल के चिकित्सा सहायता लेने के बाद रविवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया। किसान नेता काका सिंह कोटड़ा, लखविंदर सिंह औलख, सुखजीत सिंह हरदोझंडे और बलदेव सिंह सिरसा ने उन्हें जूस पिलाया। पंजाब के 111 किसान पांच, जबकि हरियाणा से आये दस किसान तीन दिन से अनशन पर थे। काका सिंह कोटड़ा ने स्पष्ट किया कि जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी है।

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केंद्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक उच्च-स्तरीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें चंडीगढ़ में 14 फरवरी को वार्ता फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने डल्लेवाल को केंद्र सरकार की तरफ से चिट्ठी सौंपी थी। प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद डल्लेवाल चिकित्सा सहायता लेने पर सहमत हुए। इसके बाद दोनों किसान संगठनों के नेतृत्व में लिए गये फैसले के मुताबिक 121 किसानों ने अपना आमरण अनशन खत्म किया।

किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून और दर्जनों अन्य मांगों को लेकर पिछले साल 13 फरवरी से चल रहे आंदोलन में जीत की ओर यह पहला कदम है। आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है, बल्कि केंद्र के साथ बातचीत का दौर जो पिछले साल फरवरी से रुका हुआ था, फिर से शुरू होने जा रहा है।

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