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संगरुर, मालेरकोटला, मोगा, मानसा और पटियाला में रहा पूर्ण बंद

लुधियाना-बठिंडा में मिलाजुला असर। जगह-जगह रोष प्रदर्शन और सड़कें जाम। यात्रियों और स्कूली बच्चों को हुई परेशानी
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अमृतसर में भंडारी पुल पर संयुक्त किसान मोर्चा, वाम दलों और ट्रेड यूनियनों द्वारा आयोजित भारत बंद के दौरान नारेबाजी करती महिलाएं।- विशाल कुमार
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संगरुर/मोगा, 16 फरवरी (निस)

भारत बंद के आह्वान पर आज संगरुर, मानसा, मोगा, मालेरकोटला और पटियाला जिलों में बंद का असर देखा गया। इन जिलों में दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे और विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए और जगह-जगह जाम लगाए गए। सड़कों पर उतरे किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इन जिलों में पेट्रोल पंप भी चार बजे तक बंद रहे। सुनाम, लहरगागा, मूनक,‌ खनौरी, दिड़बां, पांतड़ां, समाना, नाभा, धूरी, शेरपुर, मोगा, लोंगोवाल, बुढलाडा, भीखी आदि शहरों में बाजार और व्यापारिक‌‌ अदारे बंद रखे गए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी दुकानदारों ने अपने कामकाज बंद रखे। इस बीच, किसान नेताओं द्वारा दिल्ली जा रहे किसानों को उनकी जायज मांगों के लिए संघर्ष करने के अधिकार से वंचित करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सड़कों पर पत्थर की दीवारों को हटाने, किले बनाने और सभी ग्रामीण सड़कों को अवरुद्ध करने जैसी बलपूर्वक रणनीति का उपयोग करने की कड़ी निंदा की। सरकारी और प्राइवेट बस सेवा भी ठप रही जिस के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। संगरुर-जीरकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बलियाल रोड कट के पास रोष प्रदर्शन किया। संगरुर के महावीर चौक पर जाम लगाया गया जिसके चलते लुधियाना, बठिंडा, पांतड़ां, मानसा आदि को जाने वाली सड़कें जाम हो गई। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए जगमोहन सिंह प्रदेश महासचिव और गुरमीत सिंह भट्टीवाल प्रदेश उपाध्यक्ष बीकेयू एकता डकौंदा, गुरमीत सिंह कपियाल जिला अध्यक्ष बीकेयू राजेवाल, करम सिंह बलियाल बीकेयू डकौंदा जिला अध्यक्ष, भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति मुकेश मलौद, बीकयू उगराहां के अजायब सिंह लाखेवाल और कुलदीप सिंह लाडी बखोपीर समेत अन्य नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों से वादाखिलाफी की है।

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समराला में भी बाजार बंद रहे

समराला (निस) : समराला में भी विभिन्न संगठनों ने समराला बंद रखा। संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शहर की दुकानें व अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद करा दिये। स्कूल, कॉलेज, दुकानें, सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय और बैंक बंद दिखे। पेट्रोल पंपों पर लोगों को तेल नहीं मिला। सरकारी और निजी बसें बंद रहीं। भारती किसान यूनियन (कादियां) के जिला अध्यक्ष हरदीप सिंह ग्यासपुरा के नेतृत्व में किसानों ने यहां मुख्य चौक पर यातायात रोक दिया। इसी प्रकार, किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों और कर्मचारी संगठनों ने आज दूसरे दिन भी गांव घुलाल के टोल प्लाजा पर धरना दिया और टोल फ्री करवा दिया।

संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार को मोगा शहर के बंद पड़े बाजार का दृश्य। -निस

पंजाब भाजपा नेताओं के घर घेरेगी भाकियू एकता उगराहां

संगरुर (निस) : भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने आज संगरुर में बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 17 फरवरी से पंजाब में भाजपा नेताओं के घरों का‌ घेराव किया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि शुरूआत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, कैप्टन अमरिंदर सिंह और केवल सिंह ढिल्लों के घरों का घेराव कर किया जाएगा। इस तरह शनिवार से ही राज्य में सभी टोल फ्री किए जाएंगे।

यातायात हुआ प्रभावित, बाजार रहे पूरी तरह से बंद

बरनाला (निस) : किसान, कर्मचारी संगठनों और ट्रेड यूनियन के आह्वान पर किए गए भारत बंद का बरनाला में व्यापक असर दिखा। बाजार बंद रहे, बसें भी नहीं चली। जिला कोर्ट में भी काम बंद रहा। वहीं, भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने नेशनल हाईवे चंडीगढ़ के बड़वर टोल प्लाजा और महल टोल प्लाजा पर धरना लगाया। विभिन्न संगठनों ने रोष मार्च निकाला और रेलवे चौक पर धरना लगाया गया। बंद को मिनी बस यूनियन, बार एसोसिएशन, प्राइवेट स्कूलों द्वारा पूर्ण समर्थन दिया गया। मोगा में भारतीय मजदूर संघ से संबंधित ई-रिक्शा मजदूर संघ ने अध्यक्ष जसविंदर सिंह व महासचिव मेजर सिंह लंडेके की अगुवाई में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से शुक्रवार को भारत बंद का समर्थन करते हुए ई-रिक्शा की हड़ताल की तथा केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

बठिंडा में खास असर नहीं

बठिंडा (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार को ट्रेड यूनियनों और किसानों ने अपनी मांगों को लेकर आज 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया था। बठिंडा में इस बंद का असर बहुत कम देखने को मिला। सभी बाजार रोज की तरह खुले रहे और बठिंडा के बाजारों में लोगों की भीड़ बहुत कम थी मगर फिर भी लोग अपने कामकाज करते दिखे। बठिंडा के बीबी वाला रोड, दाना मंडी में बंद का कुछ असर देखने को मिला। भारत बंद का असर ट्रांसपोर्ट पर देखने को मिला। शहर का बस स्टैंड स्थायी रूप से बंद रहा, कोई भी सरकारी बस या निजी बस नहीं चली।

लुधियाना जिला में शांतिपूर्ण रहा बंद

लुधियाना (निस) : किसानों के समर्थन में आज हुआ बंद लुधियाना जिले में शांतिपूर्ण रहा। बंद का असर लुधियाना शहर की तुलना में समराला, खन्ना, माछीवाड़ा, रायकोट, मुल्लांपुर और जगराओं जैसे कस्बों में अधिक देखा गया। लुधियाना में अधिकांश दुकानें और फैक्टरियां और बैंकखुले रहे। प्रदर्शनकारियों नें लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर समराला, जीटी रोड पर शेरपुर चौक लुधियाना और खन्ना में और फिरोजपुर रोड पर जगराओं में धरना देकर यातायात अवरुद्ध किया। ट्रेड यूनियनों द्वारा बस स्टैंड पर एक रैली का भी आयोजन किया गया जिसे श्रम संगठन ऐटक, इंटक और सीटू के नेताओं नें संबोधित किया। संयुक्त किसान मोर्चा और विभिन्न ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर इस एक दिवसीय बंद के दौरान लुधियाना जिले में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ क्योंकि शुक्रवार सुबह से ही सभी सरकारी बसें सड़कों से नदारद रहीं। लुधियाना के अलावा समराला, खन्ना और जगराओं में बस अड्डे वीरान दिखे। हालाँकि रेल सेवाएँ अप्रभावित रहीं। 10वीं और 12वीं कक्षा की चल रही बोर्ड परीक्षाओं के कारण आज सभी सरकारी और निजी स्कूल खुले रहे।

पंजाब महिला कांग्रेस अध्यक्ष गुरशरण कौर रंधावा अपने समर्थकों के साथ पूर्व सीएम अमरेंद्र सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन करते हुए। -राजेश सच्चर

काली पट्टियां बांध मोती महल पहुंचीं कांग्रेसी महिलाएं

संगरुर (निस) : प्रदेश कांग्रेस महिला विंग ने पंजाब हरियाणा की सीमा पर किसानों पर आंसू गैस के गोले, प्लास्टिक की गोलियां, पानी की बौछारों के खिलाफ मोती महल पटियाला के सामने धरना दिया। पंजाब महिला कांग्रेस अध्यक्ष गुरशरण कौर रंधावा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मुंह पर पट्टी बांधकर कैप्टन अमरिन्दर सिंह और लोकसभा सदस्य परनीत कौर की चुप्पी तोड़ने के लिए मोती महल पटियाला के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। जब मुंह पर पट्टी बांधकर महिलाएं परनीत कौर से मिलने के लिए मोती महल में दाखिल होने लगीं तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें यह कहकर रोक दिया कि वे दिल्ली में हैं। परनीत कौर की गैरमौजूदगी में महिलाओं का गुस्सा देखने को मिला जब वे सड़क पर बैठ गईं। प्रदेश अध्यक्ष बीबी रंधावा ने कहा कि वह सांसद परनीत कौर और कैप्टन अमरिंदर सिंह की चुप्पी तोड़ने के इरादे से ही यहां मुंह पर पट्टी बांधकर आई हैं क्योंकि एक तरफ केंद्र में उनकी भाजपा सरकार किसान भाइयों के साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार कर रही है और दूसरी तरफ ये लोग भाजपा से डरकर चुप बैठे हैं।

एक किसान की मौत, 2 जवान अस्पताल में

अम्बाला शहर/राजपुरा (हप्र/निस) : केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसान नेताओं के बीच चल रही वार्ता के कारण शंभू बार्डर पर आज दूसरे दिन भी पूरी तरह से शांति बनी रही। लेकिन आज आंदोलन में हिस्सा ले रहे एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई और पैरा मिलिट्री फोर्स के 2 जवानों को बीमारी की अवस्था में शहर के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वहीं किसान आंदोलन की आड़ में उपद्रवियों द्वारा शंभू बैरियर पर मचाए जा रहे उत्पात और पत्थरबाजी करके 25 जवानों को घायल करने वालों का वीडियो पुलिस ने सार्वजनिक कर लोगों से संबंधित पत्थरबाजों की पहचान करने को कहा है। मृतक किसान की पहचान गुरदासपुर के गांव चाचोके के रहने वाले किसान ज्ञान सिंह बेटा गुज्जर सिंह (78) के रूप में हुई है। उनकी तबीयत 14 तारीख को खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया गया था जहां आज उनकी मौत हो गई। इसी बीच आज यहां तैनात पैरामिलिट्री फोर्स के 2 जवान बीमार हो गए जिन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया गया। दोनों जवानों को डायरिया होने के बाद यहां लाया गया। इनमें एक अजय कुमार पांडे हैं जबकि दूसरा खेमचंद है।

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