ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 28 जून
पंजाब विधानसभा में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में प्रस्ताव पारित किया जाएगा। पंजाब सरकार 30 जून को इस संबंध में संयुक्त प्रस्ताव लेकर आएगी। पंजाब विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने यह मुद्दा उठाया। बाजवा ने जब यह मुद्दा उठाया तो सदन में काफी हंगामा हुआ। भाजपा ने इस योजना के फायदे गिनाए तो कांग्रेस व आम आदमी पार्टी इसके विरोध में एकजुट नजर आई। प्रताप बाजवा ने कहा कि कुछ समय पहले तक सेनाओं में पंजाब की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत थी। वर्तमान में यह आंकड़ा 7.8 प्रतिशत है और अग्रिपथ योजना लागू होने के बाद यह आंकड़ा 2.3 प्रतिशत रह जाएगा। बाजवा ने कहा कि सदन में इस योजना के विरोध में संयुक्त प्रस्ताव लाया जाए।
प्रताप बाजवा के इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि चार साल के लिए सेना में भर्ती होने वाले जवानों को कोई सुविधा नहीं मिलेगी। भगवंत मान ने कृषि कानूनों समेत कई योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से इस देश में जब भी कोई नया कानून बनता है तो देश में हिंसा की घटनाएं शुरू हो जाती है।
केंद्र की योजना पर विरोध के चलते जब भाजपा विधायक अश्वनी शर्मा बोलने के लिए खड़े हुए तो बहस शुरू हो गई। अश्वनी शर्मा ने इस योजना के लाभ सदन में गिनाने शुरू कर दिए। इस हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक सुखपाल खैहरा ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के एसवाईएल गीत को यूट्यूब से बैन करने और किसान एकता मोर्चा एवं ट्रैक्टर टू ट्विटर अकाउंट बैन करने का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में निंदा प्रस्ताव लाया जाना चाहिए। इस पर सीएम भगवंत मान ने कहा कि अगर कोई आवाज बंद की जाती है तो हम उसके खिलाफ हैं। देश में फ्रीडम ऑफ स्पीच संवैधानिक अधिकार है। इस संबंध में भी प्रस्ताव लाएंगे। विधानसभा में विपक्ष के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव रखा जाएगा। जिस पर सभी दलों के नेता अपनी बात रखेंगे। इसके बाद पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया जाएगा।