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गांव जालां में पुलिस से झड़प, कई किसान हिरासत में

थाना पसियाना के अंतर्गत आने वाले गांव जालां में ज़मीन पर कब्ज़े को लेकर पुलिस और किसान आमने-सामने आ गए हैं। पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में लेकर कब्ज़ा करने की कार्रवाई की। इस दौरान किसानों को तितर-बितर करने...
गांव जालां में ज़मीन पर कब्ज़े को लेकर विवाद के दौरान किसान को हिरासत में लेती पुलिस। -ट्रिन्यू
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थाना पसियाना के अंतर्गत आने वाले गांव जालां में ज़मीन पर कब्ज़े को लेकर पुलिस और किसान आमने-सामने आ गए हैं। पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में लेकर कब्ज़ा करने की कार्रवाई की। इस दौरान किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस की हिरासत में लिए जाने वालों में किसान यूनियन उगराहां के ज़िला अध्यक्ष जसविंदर सिंह बरास और महिला किसान नेता मनदीप कौर बरान शामिल हैं। फिलहाल प्रशासन द्वारा लाई गई मशीनों की मदद से तेज़ी से निशानदेही की जा रही है। किसान नेता बलराज जोशी के अनुसार, जिस जगह पर निशानदेही की जा रही है, वहां इस समय किसानों ने धान बोया हुआ है। उन्होंने बताया कि जानकारी के अनुसार, मौके से पकड़े गए किसानों और महिलाओं को गाजेवास पुलिस चौकी और विभिन्न थानों में बैठाया गया है।

जानकारी के अनुसार, सरकार ने नॉर्थ बाईपास के लिए जालां गांव की ज़मीन अधिग्रहित की थी, जिसमें से 18 एकड़ ज़मीन को लेकर विवाद था। किसानों का तर्क है कि वे पिछले कई दशकों से इस ज़मीन पर खेती कर रहे हैं और उन्हें इसका मुआवज़ा मिलना चाहिए, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यह ज़मीन सरकारी है जिसका पैसा अदालत के ज़रिए जमा करवाया जाएगा। इसी मुद्दे को लेकर भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेतृत्व में पिछले कुछ दिनों से यहां धरना भी दिया जा रहा था। पटियाला के ज़िला महासचिव सुखविंदर सिंह बारन ने कहा कि प्रशासन ने गांव जाहला में किसानों पर ज़बरदस्ती अत्याचार किया है और बाईपास बनाने के लिए ज़मीन पर कब्ज़ा किया जा रहा है।

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प्रशासन बिना कोई नोटिस दिए इस ज़मीन पर कब्ज़ा कर रहा है जिसमें करीब 100 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और चार बसें भरकर ले गई है। किसान नेताओं ने यह भी बताया कि कुछ किसानों के साथ मारपीट भी की गई है।

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