चंडीगढ़, 4 जनवरी (ट्रिन्यू)
वर्तमान में सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी बनाए जाने के पंजाब सरकार के फैसले से असहमति जताते हुए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने आज 1987 बैच के अधिकारियों दिनकर गुप्ता और वीके भवरा और 1988 बैच के प्रबोध कुमार को राज्य में शीर्ष पुलिस पद के लिए पैनल में शामिल किया।
तीनों अधिकारियों में भवरा सबसे आगे हैं क्योंकि गुप्ता और कुमार ने सेंट्रल पोस्टिंग का विकल्प चुना है। हालांकि, वे केंद्रीय पोस्टिंग मिलने तक इस पद के लिए पात्र हैं। कैप्टन अमरेंद्र सिंह के सीएम रहते गुप्ता डीजीपी थे।
सूत्रों ने कहा कि पंजाब सरकार नियुक्ति में देरी के लिए यूपीएससी पैनल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। चट्टोपाध्याय और उनके पूर्ववर्ती इकबाल प्रीत सिंह सहोता को कांग्रेस के विभिन्न ताकतवर ग्रुपों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन यूपीएससी चयन समिति ने इन्हें तवज्जों नहीं दी है।