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पूर्व मंत्री धर्मसोत, उनके बेटों पर आरोप तय

  पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, उनके बेटों हरप्रीत सिंह और गुरप्रीत सिंह के खिलाफ 60 लाख रुपये में प्लॉट खरीदकर उसी दिन षडयंत्र के तहत उसे मात्र 25 लाख रुपये में बेचने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा...
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पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, उनके बेटों हरप्रीत सिंह और गुरप्रीत सिंह के खिलाफ 60 लाख रुपये में प्लॉट खरीदकर उसी दिन षडयंत्र के तहत उसे मात्र 25 लाख रुपये में बेचने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मामले में अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत ने आरोप तय कर दिए हैं। जबकि हरप्रीत सिंह को अदालत पहले ही भगोड़ा घोषित कर चुकी है। विजिलेंस ने मोहाली पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पहले ही दर्ज कर लिया था।

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इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि सेक्टर-88 मोहाली का एक प्लॉट राजकुमार नागपाल निवासी सेक्टर-8, पंचकूला द्वारा एलओआई के माध्यम से खरीदा गया था। मोहाली निवासी गुरमिंदर सिंह गिल ने 27 नवंबर 2018 को स्टांप के माध्यम से 60 लाख रुपये में प्लॉट खरीदा था, जबकि उसी दिन राजकुमार ने उसी स्टांप सीरीज का एक और स्टांप खरीदकर उसी प्लॉट को साजिश के तहत हरप्रीत सिंह पुत्र साधु सिंह धर्मसोत को लगभग 35 लाख रुपये कम कीमत पर मात्र 25 लाख रुपये में बेच दिया। इस प्लॉट की खरीद-फरोख्त के समय राजेश कुमार चोपड़ा निवासी सेक्टर-82, मोहाली ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए थे।

विजिलेंस जांच के दौरान यह भी पता चला कि 60 लाख रुपये की इस राशि में से 22 लाख 50 हजार रुपये अनमोल अंपायर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजेश कुमार चोपड़ा, 25 लाख रुपये हरप्रीत सिंह पुत्र साधु सिंह धर्मसोत और 12 लाख 10 हजार रुपये अन्य लोगों द्वारा राजकुमार के खाते में पहले ही जमा करवा दिए गए थे।

 

 

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