केंद्र बाढ़ प्रभावित पंजाब के साथ न करे भेदभाव : डॉ. बलबीर
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को दुखद परिस्थितियों में बाढ़ प्रभावित पंजाब के साथ कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। आज वे घनौर में विधायक गुरलाल घनौर तथा डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव के साथ हल्के के गांव समशपुर, शेखपुर दाख़िली लोहसिंबली व समशपुर के बाढ़ से प्रभावित 232 किसानों को कुल 88 लाख रुपये की मुआवज़ा राशि वितरित करने पहुंचे थे। इस अवसर पर डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि राज्य में आई बाढ़ हमारी कल्पना से भी अधिक विनाशकारी रही है और यह इस सदी की सबसे बड़ी आपदा थी। इसके बावजूद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बाढ़ पीड़ितों को 30 दिनों के भीतर तथा दीपावली से पूर्व मुआवज़ा चेक वितरित कर यह प्रमाणित किया है कि सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। राज्य सरकार ने जिसका खेत, उसकी रेत नीती को अपनाया है। गेहूं के नि:शुल्क बीज एवं स्वास्थ्य परीक्षण के लिए प्रभावित गांवों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं तथा पशुओं के लिए विशेष टीकाकरण अभियान भी चलाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह अत्यंत दु:खद है कि इस संकट से राज्य को उबारने के स्थान पर केंद्र सरकार जानबूझ कर पंजाब की मांगों को टाल रही है। राज्य सरकार ने केंद्र से प्रति एकड़ 50,000 रुपये मुआवज़ा राशि देने का अनुरोध किया था, किंतु अभी तक उत्तर नहीं मिला। फिर भी पंजाब सरकार 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे में से 15,000 रुपये स्वयं वहन कर रही है। पूर्णत: ध्वस्त हुए घरों के लिए 1,20,000 रुपये तथा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए 40,000 रुपये दिए जा रहे हैं, जबकि पूर्ववर्ती सरकारों के समय यह राशि मात्र 6,500 रुपये थी। डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि आगामी वर्षा से पूर्व उन समस्त नदियों और दरियाओं को गहरा एवं चौड़ा किया जाएगा, जिनमें हिमाचल प्रदेश, हरियाणा एवं चंडीगढ़ से आने वाला पानी बाढ़ का कारण बनता है । हल्का विधायक गुरलाल घनौर ने कहा कि यह पहली बार है जब किसानों को प्रति एकड़ 20,000 रुपये दिए गये हैं, जो कि देश में सर्वाधिक है। गुरलाल घनौर ने बताया कि गांव सौंटा के किसानों को 13.80 लाख रुपये, शेखपुर दाख़िली लोहसिंबली के किसानों को 13.72 लाख रुपये एवं समशपुर के किसानों को 60 लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान की गई है। इस अवसर पर एसडीएम अविकेश गुप्ता, तहसीलदार प्रदीप कुमार सहित गावों के निवासी भी उपस्थित थे।