चंडीगढ़/पंचकूला, 27 जून (नस)
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों के चंडीगढ़ में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को राष्ट्रपति के नाम का मांग पत्र सौंपने के लिए जबरन दाखिल होकर उत्पात मचाने के आरोपों में यूटी पुलिस ने अब 5 अलग-अलग केस दर्ज किए हैं जिनमें लक्खा सिंह सिधाना और बलदेव सिंह सिरसा समेत कई किसान नेताओं के नाम शामिल हैं।
किसान भारी संख्या में मोहाली-चंडीगढ़ बार्डर पर एकत्रित हुए थे। किसान नेताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए वहां लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए और फिर चंडीगढ़ में दाखिल हो गए। कई किसान पुलिस वाहनों के आगे लेट गए और कई किसान नेताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की। इसके बाद वे सेक्टर 36 किसान भवन की तरफ कूच कर गए। किसानों में तब काका सिंह, सतनाम सिंह अजनाला और कई अन्य नेता थे। जिन्होंने सरकारी काम में बाधा पहुंचाई और कर्मचारियों को वहां से धकेल कर आगे बढ़ गए। पुलिस ने कमलजीत सिंह और बदलेव सिंह के अलावा प्रेम सिंह, सुरेश चन्द्र और हरमीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की। सेक्टर 36 थाना पुलिस ने दूसरा केस दर्ज किया। यहां से किसान प्रदर्शन करते हुए मटका चैक पर पहुंच गए। वहां भी पुलिस ने बैरिकेड लगा कर प्रदर्शनकारियों को रोकना चाहा परंतु वहां भी किसानों ने काम में बाधा पहुंचाई और जबरन बैरिकेड लांघ कर आगे राज भवन की तरफ बढ़ गए। चंडीगढ़ पुलिस के सेक्टर-3 थाना पुलिस की तरफ से राज भवन जाने वाली सड़कों पर बैरिकेडिंग की जिसके इर्द-गिर्द सैकड़ों ने किसान जुट गए थे। पुलिस के मुताबिक यहां संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बदलेव सिंह सिरसा ने पुलिस प्रबंधों को नुकसान पहुंचाया और पुलिस के कामकाज में बाधा डालते हुए जबरन कर्मचारियों की डयूटी में बाधा पहुंचाई।