BSF की 55वीं बटालियन ने मनाया स्थापना दिवस, लोगों ने की पुष्पवर्षा
अबोहर, 2 जून (देवेन्द्र पाल/निसं)
सीमा सुरक्षा बल (BSF) की 55 बटालियन का 58वां स्थापना दिवस 1 जून की रात को वाहिनी मुख्यालय अबोहर में राईजिंग डे समारोह के रूप में पूरे सम्मान, अनुशासन और गरिमा के साथ मनाया। यह दिन बटालियन की स्थापना के उस स्वर्णिम क्षण की स्मृति है, जब राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा के पवित्र उत्तरदायित्व की जिम्मेदारी के साथ यह वाहिनी अस्तित्व में आई थी।
इस अवसर पर बीएसएफ क्षेत्रीय मुख्यालय के उप महानिरीक्षक विजय कुमार, फाजिल्का के विधायक नरेंद्र पाल सिंह सवना के अलावा पंजाब तथा क्षेत्रीय मुख्यालय के अधिकारी, अधीनस्त अधिकारी व बीएसएफ के जवान परिवार सहित शामिल हुए। उत्सव के दौरान सिविल प्रशासन के अधिकारी एवं मीडिया टीम भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर 55 वाहिनी के अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि इस बटालियन का इतिहास शौर्य, बलिदान और सेवा की कहानियों से ओतप्रोत है, जिसमें वाहिनी द्वारा 2 बार जीती गई चौधरी ट्रॉफी भी शामिल है। यह दिन न केवल हमारी उपलब्धियों का उत्सव है, बल्कि यह उन वीर योद्धाओं को नमन करने का अवसर भी है जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा हेतु अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।
स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में पारंपरिक एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आकर्षण का केन्द्र रहीं। जवानों एवं उनके परिवारजनों ने इन गतिविधियों में बढ़-चढक़र भाग लिया, जिससे वाहिनी में उत्साह और सामूहिकता का माहौल देखने को मिला। बटालियन के स्थापना दिवस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि 55 बटालियन केवल सीमा की रक्षा नहीं करती, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
इससे पूर्व भारत-पाक सीमा के अंतरराष्ट्रीय सादकी बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच होने वाली रिट्रीट सेरेमनी के बाद बीएसएफ की 55वीं बटालियन का स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें बॉर्डर एरिया विकास फ्रंट के प्रधान लीलाधर शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर विशाल भाट्टी, समाज सेवक विनोद गोयल, सुरेश वर्मा, नरेंद्र शर्मा, मनीष सचदेवा तथा दिवांश आदि ने मिलकर बीएसएफ अधिकारियों व जवानों पर पुष्प वर्षा करते हुए उन्हें मिठाई खिला स्थापना दिवस की बधाई दी। इस मौके पर सभी ने मिलकर 55वीं बटालियन के नाम पर सडक़ों के आसपास 55 फूलदार पौधे भी लगाए।