चंडीगढ़, 11 मई (ट्रिन्यू)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंचायती जमीनों पर कब्जे करने वाले लोगों को कब्जे छोडऩे के लिए अंतिम चेतावनी दी है। पंजाब सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद पंचायती जमीनों से कब्जे छुड़वाने का अभियान चलाया जा रहा है। पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल खुद पंजाब के अलग-अलग जिलों में जाकर कब्जे समाप्त करवा रहे हैं। पंजाब में इस समय करीब 30 हजार एकड़ सरकारी जमीन पर लोगों ने कब्जे किए हुए हैं। इन कब्जाकारों में कई रसूखदार भी शामिल हैं। पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कब्जाकारियों को चेताया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट करके कहा कि जिन लोगों ने सरकारी या पंचायती जमीनों पर अवैध कब्जे कर रखे हैं, बेशक व राजनीतिक हैं, अफसर है या फिर रसूखदार लोग हैं। उन्हें मैं अपील करता हूं कि वह 31 मई तक कब्जे छोड़ दें और जमीनें सरकार को सौंप दें। नहीं तो पुराने खर्चे और नए परचे पाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस ट्वीट के माध्यम से साफ कर दिया है कि अगर कब्जाकारियों ने कब्जे नहीं छोड़े तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दो दिन पहले पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद कहा था कि वह अपने सरकार के समय में कब्जे हटवाना चाहते थे लेकिन जब वह कब्जाकारियों के खिलाफ फाइल लेकर गए तो उस समय के मुख्यमंत्री ने फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया क्योंकि खुद मुख्यमंत्री ओर उनके करीबियों द्वारा सरकारी जमीनों पर कब्जे किए गए थे।
भट्ठल समेत 8 नेताओं की सुरक्षा में कटौती
पंजाब सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री समेत आठ नेताओं की सुरक्षा में भारी कटौती कर दी है। इससे पहले पंजाब सरकार कई नेताओं की सुरक्षा वापस ले चुकी है। बुधवार को जारी आदेशों के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अकाली सांसद हरसिमरत कौर बादल की सुरक्षा में तैनात आधा दर्जन जवानों को वापस बुला लिया गया है। पंजाब की पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल की सुरक्षा में कटौती करते हुए 28 पुलिस कर्मचारियों तथा तीन सरकारी गाड़ियों को वापस बुलाया गया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी की सुरक्षा में तैनात आठ कर्मचारी, पूर्व शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला की सुरक्षा में तैनात 11, कांग्रेस नेता केवल ढिल्लों की सुरक्षा में तैनात 11, विधायक नवतेज चीमा की सुरक्षा में तैनात एक दर्जन सुरक्षा कर्मियों को वापस उनके मूल जिलों में रिपोर्ट करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी प्रकार पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ की सुरक्षा में तैनात 12 पुलिस कर्मियों को वापस बुला लिया गया है।