चंडीगढ़, 27 अप्रैल (ट्रिन्यू)
पंजाब में सत्ता परिवर्तन होने के बाद विधानसभा द्वारा विधायकों को फ्लैट अलाट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसके चलते पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के अलावा कई पूर्व विधायकों को तुरंत प्रभाव से फ्लैट खाली करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। पूर्व कांग्रेस सरकार के मंत्री पहले ही सरकारी आवास खाली कर चुके हैं और उनके आवास आगे अलाट भी हो चुके हैं। चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री तथा मंत्रियों को छोडक़र विधायकों के कोटे में 65 फ्लैट आते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पिछली सरकार के समय सेक्टर-4 में 37 नंबर फ्लैट अलाट किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि यह फ्लैट बादल को हराने वाले गुरमीत सिंह खुड्डियां को अलाट किया गया है। अब लंबी हलके से चंडीगढ़ आने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी। फ्लैट वही है केवल मालिक बदला है। ड्रग्स मामले में जेल में बंद अकाली नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को भी फ्लैट नंबर 39 खाली करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि मजीठिया की पत्नी गुनीव कौर ने स्पीकर को आवेदन करके यह फ्लैट उन्हें बतौर विधायक अलाट करने के लिए कहा था लेकिन मंगलवार को हुई बैठक में स्पीकर ने फाइल को खारिज कर दिया है। विधानसभा में अकाली दल के तीन विधायक हैं। ऐसे में वरिष्ठता के आधार पर केवल दूसरी बार के विधायक मनप्रीत अयाली को ही फ्लैट दिया जाएगा। स्पीकर द्वारा फ्लैट नंबर 39 पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराने वाले डा. चरणजीत सिंह को अलाट किया गया है।