‘जीरो लाइन’ पर लगा बाबा बुर्जी वाले का मेला
दविंदर पाल/निस
अबोहर, 19 जून
फाजिल्का में भारत-पाक सीमा के साथ लगते गांव गुलाबा भैणी की पीर बाबा बुर्जी वाला की मजार पर आज मेले का आयोजन किया गया। सीमा की जीरो लाइन के पास हजारों भारतीय श्रद्धालुओं ने मत्था टेक मन्नतें मांगी। वहीं पाकिस्तानी श्रद्धालुओं ने भी अपनी सीमा में खड़े रह दूर से ही माथा टेका। सीमा सुरक्षा बल की 19वीं बटालियन और पंजाब पुलिस की देखरेख में आयोजित इस मेले में विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु अपनी मन्नतें पूरी होने पर ढोल नगाड़ों के साथ झूमते आए व माथा टेका। इस अवसर पर बीएसएफ के द्वितीय कमान अधिकारी गुंजन कुमार, डिप्टी कमांडेंट घनश्याम सिंह व अन्य अधिकारियों ने पीर की मजार पर चादर चढ़ाई और माथा टेका। बॉर्डर एरिया विकास फ्रंट के अध्यक्ष और बीएसएफ के पुराने सहयोगी लीलाधर शर्मा ने बताया कि यह मजार भारत-पाक विभाजन से पहले की बनी हुई है। विभाजन के बाद पाकिस्तान की तरफ से प्रत्येक वर्ष दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते थे परंतु कई वर्ष पहले तारबंदी और पाकिस्तान के साथ संबंध बिगड़ने के कारण पाकिस्तानी श्रद्धालु अपनी सीमा पर खड़े दूर से ही नमन करते हैं। उन्होंने बताया कि मजार से 4 किलोमीटर दूर पाकिस्तानी गांव फकीरा से पहलवान आकर यहां कबड्डी खेलते थे। वहीं सूफी कलाकार कार्यक्रम पेश करते थे। अब भारतीय सीमा के मजार के पास दिन भर मेला लगा रहता है जिसमें खाने-पीने की स्टालें, बिजली वाले आधुनिक बड़े झूले लगते हैं वही कलाकार प्रोग्राम पेश करते हैं। सीमावर्ती गांवों में जगह-जगह मीठे पेय जल की छबीलें व लंगर के आयोजन भी किए गए। मजार की देखरेख करने वाली कमेटी के पदाधिकारियों ने सीमा सुरक्षा बल की 19वीं बटालियन और पंजाब पुलिस का धन्यवाद किया जिनकी वजह से यह मेला शांतिपूर्वक और श्रद्धा पूर्वक संपन्न हुआ।