Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

129 साल पुराने चर्च को बेचने की कोशिश

जालंधर में फर्जीवाड़ा : पांच करोड़ में कर दिया सौदा, 200 करोड़ की है प्रॉपर्टी

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
फोटो : सरबजीत सिंह
Advertisement

दीपकमल कौर/ ट्रिन्यू

जालंधर, 7 सितंबर

Advertisement

जालंधर में धोखाधड़ी का ऐसा मामला सामने आया है जिसमें शहर के एक ऐतिहासिक चर्च का ही सौदा कर दिया गया। आदर्श नगर के मिशन कंपाउंड में स्थित गोलकनाथ मेमोरियल चर्च को पांच करोड़ रुपये में बेचने की कोशिश की गयी। इसके लिए पांच लाख रुपये की टोकन मनी भी ले ली गयी और जल्द ही रजिस्ट्री करवाने की तैयारी थी। एक ईसाई संगठन की शिकायत के बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस, राजस्व विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की गयी प्रारंभिक जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है।

Advertisement

रियल एस्टेट से जुड़े कारोबारियों का अनुमान है कि इस चर्च की 24 कनाल जमीन की कीमत कम से कम 200 करोड़ रुपये है। करीब 129 साल पुराना यह चर्च फुटबॉल चौक के नजदीक पॉश इलाके में स्थित है। इसका निर्माण बंगाली ब्राह्मण गोलकनाथ चटर्जी की याद में किया गया था, जिन्होंने अपना घर त्यागकर वर्ष 1830 के आसपास दोआबा क्षेत्र में पहले भारतीय ईसाई मिशनरी का नेतृत्व किया था। इससे पहले क्षेत्र में काम करने वाले सभी मिशनरी ब्रिटिश थे।

चर्च का संचालन यूनाइटेड चर्च ऑफ नॉर्दर्न इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन द्वारा किया जा रहा है। एसोसिएशन के प्रॉपर्टी इंचार्ज, पादरी सरवन मसीह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि जालंधर के मोहयाल नगर के एक निवासी ने खुद को सीएनआई चर्च का कोषाध्यक्ष बताते हुए लुधियाना के जॉर्डन मसीह के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से पांच लाख रुपये की टोकन राशि ली गई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जॉर्डन मसीह का चर्च से कोई लेना-देना नहीं है।

जालंधर कमिश्नरेट के एसीपी स्पेशल ब्रांच भरत मसीह ने मामले की प्रारंभिक जांच की। उन्होंने शनिवार को अपनी रिपोर्ट पुलिस आयुक्त स्वप्न शर्मा को सौंपी। स्वप्न शर्मा ने कहा कि उन्होंने हेरिटेज चर्च को गलत तरीके से बेचने का प्रयास करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है।

इस चर्च का निर्माण 1895 में किया गया था। चर्च की पट्टिका पर लिखा है कि चंडीगढ़ के बिशप (सीएनआई) रेव जोएल वी. मल ने 28 दिसंबर, 1995 को चर्च के शताब्दी वर्ष के अवसर पर यहां शिला स्थापित की।

Advertisement
×