ट्रिब्यून न्यूज सर्विस/एजेंसियां
चंडीगढ़/अमृतसर, 20 जुलाई
पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टर जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू को बुधवार को अमृतसर जिले के एक गांव में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया है। एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मुठभेड़ समाप्त हो चुकी है। मुठभेड़ अमृतसर ग्रामीण क्षेत्र के भकना कलां गांव में हुई। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव भी मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे। मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
पुलिस को रूपा और मन्नू के वहां मौजूद होने की सूचना मिली थी। दोनों जग्गू भगनपुरिया गिरोह के सदस्य थे। मूसेवाला हत्याकांड के लिए भगनपुरिया ने इन निशानेबाजों को लॉरेंस बिश्नोई को उपलब्ध कराया था। यह दोनों 52 दिन तक पुलिस को चकमा देते रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने क्षेत्र को घेर लिया और एक बिल्डिंग में छिपे बदमाशों को सरेंडर करने को कहा मगर गैंगस्टरों ने एके 47 से गोलियां चलाना शुरु कर दीं। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। कई घंटे चले एनकाउंटर के बाद दोनों गैंगस्टरों को ढेर कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि शुभदीप सिंह सिद्धू ऊर्फ सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हाल ही में एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था जिसमें 21 जून को मोगा जिले के समालसर में रूपा और मन्नू को बाइक चलाते हुए देखा गया था। पुलिस ने 6 शूटरों की पहचान की है जो हत्या में शामिल दो मॉड्यूल का हिस्सा थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इससे पहले तीन शूटरों प्रियव्रत फौजी, कशिश और अंकित सिरसा को गिरफ्तार किया था। जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मनु दूसरे मॉड्यूल का हिस्सा थे। माना जा रहा है कि मन्नू ने ही मूसेवाला पर एके-47 राइफल से फायरिंग की थी। मन्नू और रूपा एक टोयोटा कोरोला कार में थे, जो 29 मई को मानसा जिले के जवाहर के गांव में मूसेवाला के वाहन के पीछे चल रही थी। वारदात को अंजाम देने के बाद मनु और रूपा ने एक कार छीन ली थी जिसे बाद में मोगा जिले में छोड़ दिया गया था।