Aman Arora Arrested : आप विधायक रमन अरोड़ा 5 दिन पुलिस के हवाले, AAP के लिए बढ़ी मुश्किलें
चंडीगढ़, 24 मई (भाषा)
Aman Arora Arrested : जालंधर नगर निगम के एक अधिकारी के साथ मिलीभगत कर भ्रष्टाचार में कथित रूप से संलिप्त रहने के लिए गिरफ्तार आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक रमन अरोड़ा को जालंधर की एक स्थानीय अदालत ने शनिवार को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
अरोड़ा के वकील दर्शन सिंह ने बताया कि सतर्कता ब्यूरो ने 10 दिन की पुलिस रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने पांच दिन की रिमांड मंजूर कर ली। इससे पहले शुक्रवार को सतर्कता ब्यूरो ने जालंधर में अरोड़ा के घर पर छापा मारा और पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया।
अरोड़ा (54) जालंधर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि सतर्कता ब्यूरो के जालंधर रेंज कार्यालय ने अरोड़ा को 'जालंधर नगर निगम के एक अधिकारी के साथ मिलीभगत कर भ्रष्टाचार करने के आरोप में' गिरफ्तार किया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इंजीनियर्स एवं बिल्डिंग डिजाइनर एसोसिएशन, जालंधर के तीन पदाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित एक संयुक्त शिकायत पंजाब सतर्कता ब्यूरो को 14 मई को प्राप्त हुई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जालंधर नगर निगम के सहायक नगर योजनाकार (एटीपी) सुखदेव वशिष्ट अक्सर उनसे अवैध रिश्वत की मांग करते हैं।
उन्होंने कहा कि आरोप है कि जब भी वह अपने क्षेत्र में जाते हैं तो लोगों को धमकाते हैं कि उनकी इमारतों को सील कर दिया जाएगा और ध्वस्त कर दिया जाएगा। यह भी आरोप लगाया गया कि उनके पास कई फाइल लंबित हैं, जबकि नगर निगम की अन्य शाखाओं द्वारा उन्हें मंजूरी दे दी गई है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की जांच के बाद सतर्कता ब्यूरो जालंधर रेंज ने इंजीनियर्स एंड बिल्डिंग डिजाइनर एसोसिएशन, जालंधर के अध्यक्ष सुनील कत्याल की शिकायत पर वशिष्ट के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत 14 मई को प्राथमिकी दर्ज की। इसके बाद सतर्कता ब्यूरो ने वशिष्ठ को गिरफ्तार कर लिया और अपनी जांच आगे बढ़ाई।
उन्होंने कहा, "गिरफ्तार एटीपी सुखदेव वशिष्ठ के कार्यालय परिसर और आवास की तलाशी के दौरान अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों और भौतिक साक्ष्यों के अलावा, उनके निजी कब्जे और कार्यालय रिकॉर्ड से अनधिकृत निर्माण और संबंधित मामलों के सैकड़ों आधिकारिक नोटिस बरामद किए गए।" प्रवक्ता ने कहा कि आगे की जांच से पता चला कि गिरफ्तार अधिकारी एक स्थानीय राजनेता के साथ मिलकर "(जालंधर) शहर के लोगों से पैसे ऐंठने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के लिए" एक अनोखी कार्यप्रणाली अपना रहा था।