लुधियाना, 9 नवंबर (निस)
नशा तस्करी मामले में पकड़े गए गुरदीप सिंह राणो ने जांच के दौरान अकाली नेता सुखबीरबादल, बिक्रम मजीठिया और कैप्टन अमरेद्र के सलाहकार कैप्टन संदीप संधू और अंकित बांसल के नाम लिये हैं जिससे लगता है कि पंजाब में अकाली और कांग्रेसी नेताओं की नशा तस्करी के मामले में मिलीभगत है। ये आरोप आम आदमी पार्टी के बरनाला से विधायक और यूथ विंग के प्रधान मीत हेयर ने लगाये। मीडिया को संबोधित करते हुए मीत हेयर ने कहा कि यह नशा तस्कर पहले अकाली सरकार के समय में उस वक्त के नेताओं की संरक्षण में कार्य कर रहे थे और सरकार बदलने के बाद अब कांग्रेसी नेता इन्हें पनाह दे रहे हैं। उन्होंने इस मामले में माननीय हाईकोर्ट के मौजूदा जजों की निगरानी में सीबीआई की समयबद्ध जांच की मांग करते नशा तस्करों को पनाह देने वाले नेताओं के खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि राणो के पास से पकड़े गए भारी मात्रा में नशे, पैसे और दर्जनों महंगी कारों से यह सिद्ध होता है कि पंजाब में नशा तस्करी का काम अकाली सरकार की तरह आज भी वैसे ही चल रहा है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा विधानसभा चुनाव से पहले हाथ में श्री गुटका साहिब पकड़ कर पंजाब में चार हफ़्तों में नशा खत्म करने के वादे पर हेयर ने कहा कि कैप्टन ने सत्ता में आने के लिए पंजाब के लोगों के साथ झूठे वादे किए थे और सरकार बनने के बाद उन्होंने बादलें को बचाने के अलावा और कुछ नहीं किया।
दलित विद्यार्थियों के वजीफे की राशि में घपले के बारे में अकाली दल द्वारा किए जा रहे पाखंड के बारे में हेयर ने कहा कि यदि अकाली सरकार के समय हुए 1200 करोड़ के घपले की जांच करके दोषियों पर कार्यवाही की होती तो साधु सिंह धर्मसोत दलित बच्चों के 64 करोड़ रुपए हज़म करने का प्रयास न करता। इस मौके यूथ विंग के उप प्रधान अमनदीप सिंह मोही, जिला प्रधान शहरी सुरेश गोयल, जिला प्रधान देहाती हरभूपिन्दर सिंह धरौड़, शरनपाल सिंह मकड़ सैक्टरी लुधियाना, गुरदर्शन सिंह कुली डिप्टी जिला इंचार्ज लुधियाना देहाती और सीनियर यूथ नेता प्रो. तेजपाल सिंह गिल मौजूद थे।