साहित्य सभा की बैठक में अजमेर सिद्धू की कहानी पर हुई गहन चर्चा
समराला, 16 जून (निस)
साहित्य सभा (रजि.) समराला की मासिक बैठक स्थानीय सरकारी स्कूल में अध्यक्ष एडवोकेट नरिंदर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए यात्रियों, विमान कर्मियों और 27 डॉक्टरों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। इस बार की बैठक में प्रसिद्ध कहानीकार अजमेर सिंह सिद्धू की कहानी ‘इह ओही सतनाम आ’ पर विशेष चर्चा की गई। एडवोकेट नरिंदर शर्मा, कहानीकार बलविंदर सिंह गरेवाल, चिंतक गुरभगत सिंह, कहानीकार संदीप समराला और अन्य साथियों ने इस कहानी के माध्यम से पंजाब के काले दौर और उसमें सरकारों व आम लोगों के बीच हुए टकराव को खूबसूरती से दर्शाने के लिए लेखक की सराहना की। अजमेर सिद्धू को इस बेहतरीन कहानी के लिए बधाई दी गई।
इससे पूर्व, कहानीकार संदीप समराला की कहानी संग्रह ‘सपने का गवाह नहीं होता’ के प्रकाशन और बलविंदर गरेवाल को उनके उपन्यास ‘टाकियों वाला पजामा’ के सम्मानित होने पर सभा की ओर से शुभकामनाएं दी गईं।
रचनात्मक प्रस्तुतियों के दौर में गीतकार हरजिंदर सिंह गोपालों ने ‘हीर और उसकी मां मलकी’ पर संवाद प्रस्तुत किया, दीप दिलबर ने ग़ज़ल, ज्वाला सिंह थिंद और अनिल फतेहगढ़ जट्टां ने लघु कहानियाँ, जबकि बलवंत मांगट ने कविता सुनाई। प्रस्तुत रचनाओं पर रविंदर कौलगढ़, गुरदीप महौंण, अमनदीप समराला, मनदीप डडियाणा, सिमरजीत सिंह कंग और गुरदीप सुखजीत ने रचनात्मक सुझाव प्रस्तुत किए।