पंजाबी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की शोध, एआई तकनीक से त्वचा कैंसर की पहचान अब होगी आसान
त्वचा कैंसर की जल्दी और सटीक पहचान में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है। पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन विभाग में किए गए एक अभिनव शोध ने चिकित्सा जगत में नई उम्मीद जगाई है। डॉ. बाल कृष्ण...
त्वचा कैंसर की जल्दी और सटीक पहचान में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है। पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन विभाग में किए गए एक अभिनव शोध ने चिकित्सा जगत में नई उम्मीद जगाई है। डॉ. बाल कृष्ण के मार्गदर्शन में शोधार्थी डॉ. शैली ने डर्मोस्कोपिक डिजिटल इमेजों के विश्लेषण पर आधारित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक से कैंसर की पहचान की नई विधि विकसित की है।
यह शोध न केवल निदान की सटीकता बढ़ाता है, बल्कि अनावश्यक बायोप्सी परीक्षणों को भी कम करने में मदद करेगा। डॉ. शैली ने बताया कि उनकी तकनीक त्वचा कैंसर के विभिन्न प्रकारों को प्रारंभिक स्तर पर पहचानने में सक्षम है, जिससे मृत्यु दर को घटाया जा सकता है।
डॉ. बाल कृष्ण ने बताया कि इस पद्धति में हाइब्रिड फीचर एक्सट्रैक्शन दृष्टिकोण अपनाया गया है, जो आकार, रंग और बनावट आधारित विशेषताओं को एकीकृत करता है।
आईएसआईसी और पीएच2 डेटासेट्स पर किए गए परीक्षणों में इस तकनीक ने क्रमशः 99.62% और 99.98% सटीकता हासिल की। उप-कुलपति डॉ. जगदीप सिंह ने इसे ‘विज्ञान और मानवता के संगम की उपलब्धि’ बताते हुए कहा कि इस तरह के शोध कैंसर जैसी घातक बीमारियों से लड़ने में नई दिशा देंगे।