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साहित्य सभा की बैठक में एडवोकेट नरिंदर शर्मा की कहानी ‘दोषी कौन’ बनी चर्चा का विषय

समराला, 20 मई (निस) साहित्य सभा समराला की मासिक बैठक सरकारी स्कूल में एडवोकेट नरिंदर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक के दौरान शिरोमणि उर्दू साहित्यकार सरदार पंछी के बेटे अरविंदरपाल सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते...
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साहित्य सभा समराला की मासिक बैठक में उपस्थित साहित्यकार।-निस
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समराला, 20 मई (निस)

साहित्य सभा समराला की मासिक बैठक सरकारी स्कूल में एडवोकेट नरिंदर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक के दौरान शिरोमणि उर्दू साहित्यकार सरदार पंछी के बेटे अरविंदरपाल सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके उपरांत रचनात्मक सत्र में कहानीकार एडवोकेट नरिंदर शर्मा द्वारा रचित कहानी ‘दोषी कौन’ सुनाई गई, जिस पर उपस्थित लेखकों ने बारीकी से विचार-विमर्श और चर्चा की। विचार-चर्चा के दौरान कहानीकार बलविंदर ग्रेवाल और मुख्तियार सिंह ने कहानी की विषयवस्तु और प्रस्तुति की सराहना करते हुए कुछ सुझाव भी दिए।

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कहानीकार रविंदर रुपाल कौलगढ़ ने अपनी कहानी ‘जड़ों वाली अमरबेल’ प्रस्तुत की। संतोष सिंह कोटाला ने लेख ‘कोटाला गांव का चोगिर्दा’ सुनाया, जिस पर इतिहासकार सिमरजीत सिंह कंग और उनके साथियों ने कोटाला गांव के बारे में और जानकारी साझा की। कथाकार संदीप समराला और प्रभप्रीत लुधियाना ने कविताएं प्रस्तुत कीं। कथाकार यतिंदर माहल ने ईरानी लेखिका मोनीरो रवानिपुर की कहानी ‘द सैड स्टोरी ऑफ लव’ का पंजाबी अनुवाद ‘मुहब्बत दी उदास दास्तान’ सुनाकर अनूदित साहित्य में पहला कदम रखा।

जवाला सिंह थिंद ने कविता और मिडल पेश किया। कथाकार बलविंदर ग्रेवाल ने गुजरात के भुज में आए भूकंप से संबंधित लेख ‘मलबे के ढेर में खड़े स्तंभ’ सुनाया। बैठक को यतिंदर कौर माहल, जनरल सेक्रेटरी ने सफलतापूर्वक संचालित किया।

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