शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बेअदबी के मुद्दे पर आज बठिंडा स्थित अपने निवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी पर राजनीति की गई है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने बेअदबी के मामलों में शिरोमणि अकाली दल को बदनाम करने की कोशिश की है। सुखबीर बादल ने कहा कि सभी दलों का उद्देश्य दोषियों को पकड़ना नहीं, बल्कि राजनीति करना और सरकार को बदनाम करना था। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बादल ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक नरेश यादव को क्लीन चिट दिलाने की कोशिश करने के अलावा, जिन्हें पवित्र कुरान शरीफ की बेअदबी के लिए दोषी ठहराया गया था, उन्हें संरक्षण देने के लिए मामला दर्ज किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनावों में महरौली से उन्हें फिर से पार्टी का उम्मीदवार बनाकर उन्हें संरक्षण दिया था।
सुखबीर बादल ने खुलासा किया कि पंजाब सरकार अकाली सरकार के दौरान हुई बेअदबी की जांच करना चाहती थी, लेकिन सीबीआई से जांच की मांग उठने पर यह मांग स्वीकार कर ली गई। उन्होंने कहा कि इसी कारण अभी तक कोई अपराधी पकड़ा नहीं गया है। शिअद सभी बेअदबी मामलों की जांच के लिए एक विशेष न्यायाधीश की नियुक्ति हेतु उच्च न्यायालय में भी अपना पक्ष रखेगा। आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा बेअदबी पर विधानसभा में लाए गए बिल के बारे में बोलते हुए सुखबीर ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल बाद ‘आप’ सरकार द्वारा बेअदबी को लेकर कानून बनाने का विधेयक नाटक से ज्यादा कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार पर भ्रष्टाचार, जमीन हड़पने और लोगों को लूटने के आरोप लग रहे हैं, जिससे सरकार लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। शिअद अध्यक्ष ने यह भी खुलासा किया कि बेअदबी के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में बेअदबी के लगभग 100 मामले सामने आए हैं।