चंडीगढ़, 6 दिसंबर (एजेंसी)
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को आरोप लगाया कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह और शिरोमणि अकाली दल के बीच गुप्त रूप से सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है। चन्नी ने आरोप लगाया कि पूर्व में भी सिंह, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और भाजपा के बीच अंदरुनी गठजोड़ रहा था और कहा कि अब वे राज्य के हितों को गुप्त रूप से नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाल में राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस का साथ छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाले अमरेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सिंह अकाली दल के साथ मिलकर ‘फ्रेंडली मैच’ खेल रहे थे। एक निजी टीवी चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चन्नी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और बादल ने अपने ‘संकीर्ण निहित स्वार्थ’ के लिए एक-दूसरे की मदद की। मुख्यमंत्री चन्नी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी सरकार के कामकाज पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल झूठे सपने दिखाकर पंजाब की जनता को मूर्ख बनाने का प्रयास नहीं करें, क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री जानते हैं कि वह कभी भी पंजाब में सत्ता में नहीं आ सकेंगे।
चन्नी ने भी की पाक से व्यापार खोलने की वकालत
सीएम चन्नी ने पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ व्यापार खोलने की वकालत की है। चन्नी ने कहा कि वह इस बारे में जल्द केंद्र को पत्र लिखेंगे। चन्नी ने कहा कि वह केंद्र को पत्र लिखने के अलावा इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी समय मांगेंगे। यहां उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एक प्रमुख मांग को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस सप्ताह के अंदर 10 एकड़ क्षेत्र में व्यापार प्रदर्शनी के लिए एक सम्मेलन केंद्र की आधारशिला रखी जाएगी। पीएचडीसीसीआई द्वारा यहां आयोजित पंजाब अंतराष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी 15वें संस्करण में अपने संबोधन में चन्नी ने कहा कि अगर पाकिस्तान के साथ समुद्री मार्ग से व्यापार किया जा सकता है, तो जमीनी मार्ग से इसकी अनुमति क्यों नहीं दी जाती, जबकि इससे आर्थिक समृद्धि के काफी अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री का यह बयान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा अटारी-वाघा जमीनी मार्ग से पाकिस्तान के साथ व्यापार खोलने की बात उठाने के दो दिन बाद आया है। इस बीच, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पड़ोसी देश को पहले भारतीय सैनिकों को मारना बंद करना चाहिए।
कैप्टन अमरेंद्र ने चंडीगढ़ में खोला पार्टी का दफ्तर
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने सोमवार को यहां अपनी नई पार्टी का कार्यालय खोला। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढींडसा के दल के साथ, राज्य में अगली सरकार बनाएगी। सिंह को सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और पंजाब लोक कांग्रेस नाम से अपनी पार्टी बना ली थी। पार्टी कार्यालय खोलने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि उनके दल के लिए सदस्यता अभियान शुरू हो चुका है। सिंह ने कहा, “भाजपा और ढींडसा साहब के साथ सीटों पर समझौता करके हमें पूरी उम्मीद है कि आने वाले चुनाव में हम जीतेंगे… हम अगली सरकार बनाएंगे।” केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सिंह और ढींडसा के साथ गठबंधन करने के वास्ते बातचीत कर रही है। यह पूछे जाने पर कि सीट बंटवारे की बातचीत के लिए वह भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से कब मिलेंगे, सिंह ने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर गठबंधन पर फैसला कर लिया गया है। उन्होंने कहा, “अब सिर्फ सीटों पर फैसला होना बाकी रह गया है। सीटों पर फैसले के लिए, हम जाएंगे और मैं आपको (कितनी सीटों पर कौन सी पार्टी चुनाव लड़ेगी, वह) संख्या नहीं बता सकता हूं।” उन्होंने कहा कि वह भाजपा और ढींडसा के शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) से आग्रह करेंगे कि वे जीतने वाले उम्मीदवार को ही टिकट दें।