चंडीगढ़ (एजेंसी):
पंजाब की किसान यूनियनों ने केंद्र के गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध के फैसले को ‘किसान विरोधी’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम उठाकर केंद्र सरकार उन्हें विदेशी बाजारों में अपनी फसल के लिए ऊंचा दाम हासिल करने से रोक रही है। मार्च में भीषण गर्म के कारण दानों के सिकुड़ने की वजह से कम उत्पादन होने के कारण किसानों ने उपज में गिरावट की भरपाई के लिए सरकार से 500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बोनस देने की मांग की थी। किसानों ने बोनस की घोषणा नहीं करने की भी आलोचना की है। किसानों ने कहा कि पंजाब में बड़े गेहूं उत्पादकों ने बाद में अधिक रिटर्न प्राप्त करने की उम्मीद में फसल का भंडारण किया है।