पंजाब के 12 जिले जलमग्न, 1044 गांव प्रभावित
हे परमात्मा ! अब तो रहम करो...
कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी के बाओपुर गांव में ब्यास नदी के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से नाव के जरिए ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकालते सेना के जवान। -ट्रिब्यून फोटो
Advertisement
लगातार हो रही बारिश ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश को दर्द और तबाही की गहरी अंधेरी खाई में धकेल दिया है। कहीं पहाड़ दरककर बस्तियों को निगल रहे हैं, तो कहीं बाढ़ का उफनता पानी घर-आंगन और रोजी-रोटी तक बहाकर ले गया है। हर तरफ मासूम बच्चों की चीखें, बुजुर्गों की बेबसी और मेहनतकश किसानों की टूटी उम्मीदें पसरी पड़ी हैं। जिन गांवों में कभी जीवन की रौनक और त्योहारों की गूंज सुनाई देती थी, वहां अब खामोशी, मलबा और उजाड़ ही उजाड़ है। टूटी सड़कों और डूबे खेतों के बीच, राहत शिविरों में आसरा लिए परिवार आसमान की ओर हाथ उठाकर यही पुकार रहे हैं कि ‘हे परमात्मा, अब रहम करो... हमारी यह पीड़ा और मत बढ़ाओ।’
Advertisement
Advertisement