दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 26 अप्रैल
पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार अब दिल्ली मॉडल को अपने यहां लागू करेगी। दिल्ली की तर्ज पर प्रदेश में सरकारी स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक स्थापित होंगे। पहले चरण में सभी 117 हलकों में एक-एक स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक स्थापित करने का निर्णय लिया है। दोनों राज्यों-दिल्ली और पंजाब के बीच विकास योजनाओं व नई शुरूआत को लेकर आपसी आदान-प्रदान का समझौता हुआ है।
इस बाबत दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों -भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की मंगलवार को नई दिल्ली में बैठक भी हुई। इस दौरान दोनों राज्यों के कई वरिष्ठ मंत्री व अधिकारी भी मौजूद रहे। आप ने इस साझेदारी को नॉलेज शेयर एग्रीमेंट का नाम दिया है। भगवंत मान ने कहा कि अकेले नई दिल्ली ही नहीं, पंजाब में विकास व लोगों की भलाई के लिए पंजाब सरकार को दूसरे राज्यों और विदेशों तक में जाने से परहेज नहीं होगा। मंत्रियों, अधिकारियों व कर्मचारियों को दोनों राज्य एक-दूसरे के लिए भेजा करेंगे। इस मौके पर मान ने दिल्ली मॉडल के आधार पर 117 सरकारी स्कूल और 117 मोहल्ला क्लिनिक स्थापित करने का ऐलान करते किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विश्व स्तर का मॉडल लागू किया है। मान ने कहा, ‘मानव का समूचा जीवन एक विद्यार्थी की तरह होना चाहिए और जहां से भी जो कुछ अच्छा सीखने को मिले, उसे ग्रहण कर लेना चाहिए’। मान ने कहा कि हमारे विरोधी बिना किसी आधार से केवल आलोचना करने के लिए ही हो-हल्ला मचा रहे हैं। यह एकतरफा समझौता नहीं बल्कि यह समझौता सही मायनों में दोनों राज्यों की तरफ से ज्ञान के आपसी आदान-प्रदान करने का जरिया है। इससे पंजाब, दिल्ली से स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे क्षेत्रों में लागू किए जनसमर्थकीय मॉडलों को अपनाएगा। वहीं दिल्ली, पंजाब से कृषि जैसे क्षेत्रों में किए गए विशाल तजुर्बों का लाभ ले सकता है। इस मौके पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ़ विजय सिंगला, पंजाब के शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेअर, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा के इलावा पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी, दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार समेत दोनों राज्यों के सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।
विपक्ष ने सीएम पर साधा निशाना
लुधियाना (निस) : पंजाब में विपक्षी दलों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ज्ञान-साझेदारी संबंधी समझौते (एमओयू) पर दस्तखत करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधा और उन पर अपने अधिकारों के समर्पण का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने समझौते पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह राज्य सरकार की ओर से उसकी जनता के प्रति पूरी तरह जिम्मेदारियों को छोड़ देना है। बाजवा ने कहा, ‘यह कोई पारदर्शिता नहीं, कोई जवाबदेही नहीं और पंजाब को पूरी तरह से दिल्ली को बेच देना।’ बाजवा के अनुसार आप पंजाब ने उन लोगों के ऊपर स्वार्थ और सत्ता को चुना है जिनका उन्होंने प्रतिनिधित्व करने की घोषणा की है। यह समझौता मूल रूप से अलोकतांत्रिक है। इस तरह के समझौते से यह सुनिश्चित होगा कि पंजाब सरकार अनिवार्य रूप से अरविंद केजरीवाल जी की कॉलोनी चौकी है। शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह पंजाब के लिए ‘काला दिन’ है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने उनसे यह स्वीकार करने को कहा कि केजरीवाल अब दिल्ली से पंजाब को चलाएंगे। भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने कहा कि प्रस्तावित समझौते ने श्री केजरीवाल की छिपी महत्वाकांक्षाओं को उजागर कर दिया है। वहीं भाजपा महासचिव सुभाष शर्मा ने भी मान को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह ‘समझौता ज्ञापन’ नहीं बल्कि ‘समर्पण ज्ञापन’ है।