चंडीगढ़, 29 जून (ट्रिन्यू)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऐलान किया है राज्य सरकार चुनाव से पहले दी गई गारंटियों को चरणबद्ध तरीके से पूरा कर रही है। जिसके चलते मुफ्त बिजली की घोषणा पूरी करने के बाद अब अगले वादे के रूप में पंजाब की महिलाओं को एक हजार रुपये मासिक भत्ता दिया जाएगा। मान बुधवार को पंजाब विधानसभा में बजट पर चर्चा समाप्त होने के बाद सरकार की तरफ से जवाब दे रहे थे। वित्तीय मामलों को लेकर मुख्यमंत्री की तरफ से वित्त मंत्री ने सरकार का रोडमैप पेश किया। इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पूरे सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा महिलाओं को एक हजार रुपये देने की बात को उठाया गया। जिस पर सरकार की स्थिति साफ करते हुए मान ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा इस गारंटी को लागू करने के लिए होने वाले खर्च तथा पंजाब की आय बढ़ाने के लेकर योजना बनाई जा रही है। तीन माह के भीतर मुफ्त बिजली की गारंटी को पूरा किया गया उसी तरह से अब महिलाओं को एक हजार रुपये देकर अगली गारंटी को पूरा किया जाएगा।
कांग्रेस के कार्यकाल में तीन बार पंजाब हुआ ओवरड्राफ्ट
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने दावा किया है कि राज्य की पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान पंजाब के वित्तीय हालात ठीक नहीं रहे। पंजाब तीन बार ओवरड्राफ्ट में गया था। पिछले तीन माह के दौरान एक भी मौका ऐसा नहीं आया जब पंजाब ओवरड्राफ्ट में गया हो। वित्त मंत्री बुधवार को पंजाब विधानसभा में बजट चर्चा के समापन पर विपक्ष द्वारा उठाए गए वित्तीय मामलों पर जवाब दे रहे थे।
उन्होंने सदन में एक रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि वर्ष 2017-18 के दौरान पंजाब 100 दिन, वर्ष 2018-19 के दौरान 63 दिन तथा वर्ष 2019-20 के दौरान 47 दिन के लिए ओवर ड्राफ्ट में रहा है। इस दौरान पंजाब में कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दिया और एक प्रकार से वित्तीय आपातकाल की स्थिति बनी रही। हरपाल चीमा ने कहा कि वर्तमान वित्तीय ढांचे के मुताबिक पंजाब की अगले एक साल के लिए कर्ज सीमा 55 हजार करोड़ है।
लारेंस बिश्नोई की रिमांड प्रक्रिया को किया ग्लैमराइज
पंजाब विधानसभा में बुधवार को गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई का मुद्दा उठा। शून्यकाल के दौरान अमृतसर के विधायक कुंवर विजय प्रताप ने अमृतसर पुलिस पर लारेंस बिश्नोई के रिमांड को ग्लैमराइज करने का आरोप लगाया। कुंवर विजय प्रताप पंजाब कॉडर के आईपीएस रहे हैं और पंजाब पुलिस में कई अहम पदों पर तैनात रहे हैं। उन्होंने नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ा था। बुधवार को विधानसभा में कुंवर विजय प्रताप ने कहा कि लारेंस बिश्नोई को सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब में लाया गया था। गत दिवस लारेंस बिश्नोई को अमृतसर में पेश किया गया। लारेंस के रिमांड को पुलिस द्वारा ग्लैमराइज किया जा रहा है। यह कोई उपलब्धि नहीं है। दूसरा जिन पुलिस कर्मचारियों की लारेंस की पेशी के दौरान तैनाती की गई थी, उनकी डयूटी स्लिप पर वीवीआईपी डयूटी लिखा गया था। कुंवर विजय प्रताप ने कहा कि क्या गैंगस्टर की परिभाषा बदल गई है। पुलिस द्वारा इस तरह किए जाने से गैंगस्टर कल्चर को बढ़ावा मिलता है। लारेंस बिश्नोई अभी आठ दिन के रिमांड पर है। भविष्य में उसकी दोबारा पेशी होनी है।