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Zubin Death Case : असम CID ​​ने गवाहों को 10 दिनों के भीतर पेश होने को कहा, आयोजक श्यामकानु के आवास पर तलाशी जारी

अनिवासी असमिया लोगों को भी जांच के दायरे में लाया गया है

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असम पुलिस की सीआईडी ​​ने शुक्रवार को उन लोगों को नोटिस जारी किया जो सिंगापुर में गायक जुबिन गर्ग की मौत से जुड़ी घटनाओं के बारे में जानते थे या वहां मौजूद थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नोटिस में उनसे 10 दिनों के भीतर पेश होने को कहा गया है।

गर्ग की मौत की जांच के लिए सीआईडी ​​द्वारा गठित विशेष जांच दल ने दूसरे दिन भी यहां ‘पूर्वोत्तर भारत महोत्सव' के आयोजक श्यामकानु महंत के आवास पर तलाशी जारी रखी। नाम न जाहिर करने की इच्छा व्यक्त करते हुए अधिकारी ने कहा कि गर्ग की मौत की जांच जारी है। आज हमने उनकी मौत से जुड़े घटनाक्रम से परिचित सभी व्यक्तियों को नोटिस भेजे हैं। उन्हें 10 दिनों के भीतर अपनी बयान दर्ज कराने आना होगा। महंत के आवास के अलावा गर्ग के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी के घरों की भी तलाशी ली गई। शर्मा और गोस्वामी उस समय गायक के साथ मौजूद थे जब 19 सितंबर को समुद्र में डूबने से उनकी मृत्यु हो गई थी।

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गुवाहाटी से गर्ग के साथ आए लोगों के अलावा, सिंगापुर में रहने वाले असमिया समुदाय के सदस्य भी घटना के दौरान मौजूद थे, जब समूह नौका यात्रा पर था। अनिवासी असमिया लोगों को भी जांच के दायरे में लाया गया है। शुक्रवार को कई कलाकारों और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों के बयान दर्ज किए गए। वे गर्ग की मौत की जांच के सिलसिले में सीआईडी ​​कार्यालय आए थे।

ये बयान दर्ज कर लिए गए हैं। विशेष डीजीपी एमपी गुप्ता 10 सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि अगर एसआईटी जांच ‘असंतोषजनक' पाई जाती है, तो राज्य सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश करेगी। इस बीच, राज्य पुलिस ने उन दावों का खंडन किया कि राज्य में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएंगी।

विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर पोस्ट में कहा गया कि एक फर्जी संदेश जिसमें दावा किया गया है कि असम में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएंगी, शरारती तत्वों द्वारा प्रसारित किया जा रहा है। असम पुलिस ने कहा, “कृपया ऐसी गलत सूचनाओं पर विश्वास न करें और न ही उन्हें प्रसारित करें। नागरिकों को ठेस पहुंचाने वाले असत्यापित दावों को साझा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। फर्जी खबरों से सावधान रहें!

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