Zubeen Death Case : जुबिन के 2 निजी सुरक्षा अधिकारी गिरफ्तार, एक करोड़ रुपये से अधिक राशि का हुआ लेनदेन
गायक जुबिन गर्ग की पिछले महीने सिंगापुर में रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत के सिलसिले में शुक्रवार को उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) को गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ जुबिन की मौत से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 7 हो गई है। एक अधिकारी ने बताया कि सरकार की ओर से जुबिन की सुरक्षा में तैनात नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्य को असम पुलिस ने कई दौर की पूछताछ के बाद मंगलवार को निलंबित कर दिया।
अधिकारी के मुताबिक, नंदेश्वर और परेश के बैंक खातों के माध्यम से 1.1 करोड़ रुपये से अधिक राशि का लेनदेन किया गया, जिससे संदेह पैदा हुआ। दोनों को गुवाहाटी की एक अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 5 दिन के लिए सीआईडी की हिरासत में भेज दिया। जुबिन की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने वीरवार को कहा था कि उनके पति ने अपने दो पीएसओ को सामाजिक कार्य के लिए कुछ पैसे दिए थे। गिरफ्तार पीएसओ नंदेश्वर और परेश लंबे समय से जुबिन के साथ थे।
जुबिन को लगभग एक दशक पहले प्रतिबंधित उग्रवादी समूह उल्फा से हत्या की धमकी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गायक की सुरक्षा में तैनात किया था। इससे पहले, ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल' के आयोजक श्यामकानु महंत, जुबिन के चचेरे भाई संदीपन गर्ग, उनके प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, संगीतकार शेखरज्योति गोस्वामी और गायक अमृतप्रभा महंत को मामले में गिरफ्तार किया गया था। असम पुलिस सेवा के अधिकारी संदीपन को मामले में गिरफ्तारी के बाद निलंबित कर दिया गया था।
असम के लोगों के लिए सांस्कृतिक प्रतीक माने जाने वाले जुबिन की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय मौत हो गई थी। वह ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल' में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे। असम पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गायक की मौत से जुड़े मामले की जांच कर रहा है।