Grammy Awards के ‘इन मेमोरियम' खंड में शामिल नहीं जाकिर हुसैन का नाम, नाराज फैंस बोले- बड़ी चूक
नई दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा)
दिवंगत तबला वादक और चार बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता जाकिर हुसैन का नाम 67वें ग्रैमी पुरस्कार समारोह के तहत ‘लाइव स्ट्रीम' किए गए ‘इन मेमोरियम' खंड में शामिल नहीं किया गया। इस कारण भारतीय प्रशंसकों ने नाराजगी जताई।
हालांकि, ‘रिकॉर्डिंग एकेडमी' की आधिकारिक वेबसाइट पर ‘इन मेमोरियम' सूची में गजल गायक पंकज उधास, लोक गायिका शारदा सिन्हा और सरोद वादक आशीष खान के साथ हुसैन के नाम का भी जिक्र किया गया है।‘रिकॉडिंग एकेडमी' द्वारा पुरस्कार समारोह लॉस एंजिलिस में क्रिप्टो डॉट कॉम एरेना में आयोजित किया गया। ग्रैमी हर साल अपने ‘इन मेमोरियम' संकलन (एक प्रकार का छोटा वीडियो) के माध्यम से संगीत जगत के उन दिग्गजों को श्रद्धांजलि देता है जिनका निधन पिछले वर्ष हुआ था।
हुसैन पिछले साल ‘ग्रैमी अवार्ड' में तीन पुरस्कार जीतने वाले भारत के पहले संगीतकार थे। फेफड़ा संबंधी समस्या (इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस) से उत्पन्न जटिलताओं के कारण 15 दिसंबर, 2024 को उनका सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 73 वर्ष के थे। कार्यक्रम के दौरान, ग्रैमी ने लियाम पेन, क्रिस क्रिस्टोफरसन, सिसी ह्यूस्टन, टीटो जैक्सन, जो चेम्बर्स, जैक जोन्स, मैरी मार्टिन, मैरिएन फेथफुल, सेजी ओजावा और एला जेनकिंस जैसे संगीतकारों को सम्मानित किया।
बैंड ‘कोल्डप्ले' के वैश्विक दौरे ‘म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स' के तहत भारत में कार्यक्रम प्रस्तुत कर लौटे गायक क्रिस मार्टिन ने गिटार वादक ग्रेस बोवर्स के साथ अपने ‘‘ऑल माई लव'' गीत के जरिए दिवंगत संगीतकारों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक वर्ग ने ‘इन मेमोरियम' में हुसैन को नहीं दिखाए जाने पर नाराजगी जताते हुए ‘एक्स' पर ‘रिकॉर्डिंग एकेडमी' को टैग करते हुए इस चूक के बारे में पोस्ट किए। एक यूजर ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘ग्रैमी 2025 के शोक संदेश में जाकिर हुसैन का उल्लेख क्यों नहीं किया गया, जबकि वह पिछले साल के विजेता थे।''एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘‘बड़ी चूक।
मैंने ‘रिकॉर्डिंग अकेडमी' को ‘इन मेमोरियम' खंड में जाकिर हुसैन का उल्लेख करते नहीं देखा।''एक अन्य पोस्ट में कहा गया, ‘‘हाल में दुनिया को अलविदा कहने वाले कलाकारों को श्रद्धांजलि देने वाले ग्रैमी के वीडियो में, चार बार के विजेता एवं कई बार इस पुरस्कार के लिए नामित किए गए जाकिर हुसैन को नहीं दिखाया जाना शर्मनाक है।''