लखनऊ, 12 जनवरी (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। आज सरकार में वन, पर्यावरण एवं जन्तु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। मऊ की मधुबन सीट से विधायक चौहान ने कहा कि पिछड़ों, दलितों, किसानों और बेरोजगार युवाओं के प्रति सरकार की उपेक्षा के चलते वह इस्तीफा दे रहे हैं। इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि चौहान का उनकी पार्टी में स्वागत है।
हालांकि, चौहान ने अभी यह साफ नहीं किया है कि वह किस पार्टी में जाएंगे, लेकिन ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भी स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल हो सकते हैं। दारा सिंह चौहान पिछले 24 घंटे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार से इस्तीफा देने वाले दूसरे मंत्री हैं। इससे एक दिन पहले, मंगलवार को मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया था और उनके भी सपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में पूरी निष्ठा और लगन के साथ काम किया, लेकिन निश्चित रूप से 5 साल में ओबीसी, दलित, वंचित, बेरोजगार नौजवान को न्याय नहीं मिल पाया और इससे आहत होकर उन्होंने सरकार से इस्तीफा दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस गरीब, पिछड़े, दलित समाज के नाते बहुमत की सरकार बनी, उस समाज को कुछ नहीं मिला और इससे आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है।” चौहान ने कहा, ‘मैं पांच साल तक, शुरू से लगातार पार्टी आलाकमान को सूचना देता रहा और उनसे बात करता रहा लेकिन मेरी बातों को अनसुना कर दिया गया, क्योंकि मैं पिछड़ों, दलितों की बात करता था।’ उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखे पत्र में कहा, ” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों के प्रति सरकार के घोर उपेक्षात्मक रवैये तथा पिछड़ों एवं दलितों के आरक्षण के साथ हो रहे खिलवाड़ से आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।”
राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दारा सिंह के इस्तीफे के बाद ट्वीट किया, ”परिवार का कोई सदस्य भटक जाए तो दुख होता है। जाने वाले आदरणीय महानुभावों से मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नाव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा। बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये।”
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ”सामाजिक न्याय संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को आगे ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान Rs सबको स्थान!”