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योगगुरु बाबा शिवानंद का 128 वर्ष की उम्र में निधन, PM मोदी भी थे उनके मुरीद

वाराणसी, 4 मई (भाषा/ट्रिन्यू) Baba Shivanand passed away: प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और पद्मश्री सम्मानित बाबा शिवानंद का शनिवार रात स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते निधन हो गया। वे वाराणसी के बीएचयू अस्पताल में भर्ती थे। बाबा के शिष्यों का दावा...
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बाबा शिवानंद से बात करते पीएम मोदी। फाइल फोटो पीएम मोदी के एक्स अकाउंट से
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वाराणसी, 4 मई (भाषा/ट्रिन्यू)

Baba Shivanand passed away: प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और पद्मश्री सम्मानित बाबा शिवानंद का शनिवार रात स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते निधन हो गया। वे वाराणसी के बीएचयू अस्पताल में भर्ती थे। बाबा के शिष्यों का दावा है कि उनकी उम्र 128 वर्ष थी।

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बाबा शिवानंद को 30 अप्रैल को कुछ स्वास्थ्य परेशानियों के चलते बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने शनिवार देर रात अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर कबीरनगर कॉलोनी स्थित निवास स्थान पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। शिष्यों के अनुसार, अंतिम संस्कार आज शाम किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा शिवानंद के निधन पर शोक जताया। अपने एक्स अकाउंट पर पीएम मोदी ने लिखा, ''योग साधक और काशी निवासी शिवानंद बाबा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। योग और साधना को समर्पित उनका जीवन देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। योग के जरिए समाज की सेवा के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था। शिवानंद बाबा का शिवलोक प्रयाण हम सब काशीवासियों और उनसे प्रेरणा लेने वाले करोड़ों लोगों के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं इस दुःख की घड़ी में उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं।''

बचपन में ही माता-पिता को खोया

बाबा शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 को तत्कालीन पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) के सिलहट जिले में हुआ था। जब वे सिर्फ 6 वर्ष के थे, तभी भुखमरी के कारण उनके माता-पिता का निधन हो गया था। इसके बाद ओंकारानंद नामक संत ने उन्हें अपनी देखरेख में लिया और उन्हें आध्यात्मिक शिक्षा और अनुशासन की राह पर चलाया।

संयमित जीवनशैली ही लंबी उम्र का रहस्य

बाबा शिवानंद ने अपना जीवन त्याग, संयम और योग साधना में समर्पित कर दिया था। वे हर दिन सुबह 3 बजे उठते थे, कठिन योगाभ्यास करते और अपने सारे कार्य स्वयं करते थे। उनका भोजन बहुत साधारण था—सिर्फ उबला हुआ खाना, और वह भी आधा पेट। वे गर्मियों में एसी और सर्दियों में हीटर का प्रयोग नहीं करते थे, बल्कि जमीन पर चटाई बिछाकर लकड़ी के तकिए पर सोते थे।

कभी नहीं पड़े बीमार

शिष्यों के अनुसार बाबा शिवानंद ने कभी कोई बीमारी नहीं झेली। वर्ष 2019 में कोलकाता और चेन्नई स्थित अपोलो अस्पतालों में जब उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया, तो उन्हें पूरी तरह स्वस्थ पाया गया था।

2022 में मिला था पद्मश्री, पीएम मोदी हुए थे प्रभावित

21 मार्च 2022 को बाबा शिवानंद को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था। जब सफेद धोती-कुर्ता पहने हुए, 125 वर्ष के बाबा शिवानंद मंच पर पहुंचे, तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को प्रणाम किया। यह दृश्य भावुक कर देने वाला था, जब पीएम मोदी भी अपनी कुर्सी से उठकर हाथ जोड़कर उन्हें झुककर प्रणाम किया। राष्ट्रपति कोविंद ने भी उन्हें सम्मानपूर्वक अपने हाथों से उठाया था।

सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा शिवानंद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "काशी के प्रसिद्ध योगगुरु 'पद्मश्री' स्वामी शिवानंद जी का निधन अत्यंत दुःखद है। योग क्षेत्र में उनका योगदान अविस्मरणीय है। आपकी साधना और योगमय जीवन संपूर्ण समाज के लिए प्रेरणा है। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को मोक्ष प्रदान करें और शोकाकुल अनुयायियों को यह दुःख सहने की शक्ति दें। ओम् शांति!"

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