जौनपुर, 27 अप्रैल (एजेंसी)
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के फार्मेसी प्रथम वर्ष के 4 छात्र अपनी परीक्षा की कॉपियों में केवल जय श्री राम और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ियों के नाम लिखकर आए थे, उन्हें पास कर दिया गया। यही नहीं उनके 56 प्रतिशत अंक आए हैं। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र द्वारा मांगी गई जानकारी के बाद मामले का पर्दाफाश हुआ। इसके लिए दो शिक्षकों डॉ. आशुतोष गुप्ता और डॉ. विनय वर्मा को दोषी ठहराया गया।
विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र दिव्यांशु सिंह ने शनिवार को बताया कि जब उन्हें पता चला कि कुछ छात्रों को सही उत्तर न देने पर भी परीक्षा में उत्तीर्ण कर दिया गया है तो उन्होंने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत विश्वविद्यालय से जानकारी मांगी। दिव्यांशु सिंह ने कहा कि उन्होंने कुछ उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन की मांग की थी। जांच में पाया गया कि चार अलग-अलग बार-कोड वाली कॉपियों में छात्रों ने केवल ‘जय श्री राम’ और विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या आदि के नाम लिखे थे और उन्हें 75 में से 42 अंकों के साथ उत्तीर्ण किया गया। विश्वविद्यालय ने जांच कमेटी गठित की और दो बाहरी परीक्षकों से कराए गए पुनर्मूल्यांकन में इन छात्रों को शून्य अंक मिले।