मसूरी, 8 अगस्त (एजेंसी)
भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सुरक्षा के लिए तैनात इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) बल ने रविवार को मसूरी में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अपनी पहली 2 महिला अधिकारियों को युद्धक भूमिकाओं में शामिल किया। पासिंग आउट परेड के बाद मसूरी स्थित आईटीबीपी अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी से कुल 53 अधिकारी उत्तीर्ण हुए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने दोनों महिला अधिकारियों प्रकृति और दीक्षा को अर्धसैनिक बल में शुरुआती स्तर के अधिकारी रैंक सहायक कमांडेंट के पद से नवाजा। कार्यक्रम में दोनों महिला अधिकारियों ने देश सेवा की शपथ ली। धामी और देसवाल ने ‘हिस्ट्री ऑफ आईटीबीपी’ पुस्तक का विमोचन भी किया, जिसमें कई अज्ञात तथ्य और सीमा सुरक्षा बल की दुर्लभ तस्वीरें हैं।
आईटीबीपी ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय परीक्षा के माध्यम से 2016 से अपने काडर में महिला लड़ाकू अधिकारियों की भर्ती शुरू की। इससे पहले यह केवल कांस्टेबल रैंकों में महिलाओं की भर्ती करता था। कुल 53 अधिकारियों में से 42 सामान्य ड्यूटी युद्धक काडर में हैं, जबकि 11 इंजीनियरिंग काडर में हैं। इन अधिकारियों को अब चीन के साथ लगी एलएसी और छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान सहित देश में आईटीबीपी की सभी इकाइयों में तैनात किया जाएगा।