मुंबई, 11 सितंबर (एजेंसी)
मुंबई के साकीनाका में बलात्कार व क्रूरता की शिकार बनी 34 वर्षीय महिला ने यहां एक अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार तड़के दम तोड़ दिया। इस वारदात ने वर्ष 2012 दिल्ली में ‘निर्भया’ सामूहिक दुष्कर्म की याद ताजा कर दी है।
वारदात शुक्रवार तड़के हुई थी। इसके कुछ घंटे बाद ही गिरफ्तार संदिग्ध के खिलाफ दर्ज मामले में अब हत्या की धारा भी जोड़ी गई है। मुंबई पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की है। वहीं, राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने दोषियों को मृत्युदंड देने की मांग की और सवाल किया है कि क्या महाराष्ट्र में महिलाएं सुरक्षित हैं?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना को ‘मानवता पर धब्बा’ करार दिया है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में होगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा।’ ठाकरे ने बताया कि उन्होंने इस मामले पर राज्य के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल और मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले से बात की है।
साकीनाका मुंबई का पश्चिमी उपनगर है और कई औद्योगिक इकाइयां इलाके में मौजूद हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहन चौहान (45) वाहन चालक का काम करता है और उसी इलाके में फुटपाथ पर रहता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने टैम्पो में दुष्कर्म करने के बाद पीड़ित महिला के निजी अंग पर लोहे की छड़ से हमला किया जिसकी वजह से अत्यधिक खून का स्राव हुआ। महिला पर चाकू से भी हमला किया गया। पुलिस ने मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज प्राप्त कर ली है, जिसमें दिखा कि मोहन चौहान टैम्पो से बाहर आ रहा है। अदालत ने उसे 21 सितंबर तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया है।