मुंबई, 25 अगस्त (एजेंसी)
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को 6 लाख करोड़ रुपये की मौद्रिकरण पाइपलाइन की आलोचना पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस तरह की पहल की कोई जानकारी रखते भी हैं। पत्रकारों से बात करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने जमीन और खदान जैसे संसाधनों को बेचने पर ‘रिश्वत’ हासिल की। कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे का मौद्रिकरण करके 8 हजार करोड़ रुपये जुटाए, और 2008 में संप्रग सरकार ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन को पट्टे पर देने के लिये आग्रह पत्र आमंत्रित किया था।
राहुल गांधी की उस हरकत, जब उन्होंने (राहुल ने) सहमत नहीं होने पर अध्यादेश की प्रति को फाड़ दिया था, को याद करते हुए सीतारमण ने कहा कि राहुल गांधी ने रेलवे स्टेशन को पट्टे पर देने के प्रस्ताव के दस्तावेज को क्यों नहीं फाड़ा था? वित्त मंत्री ने कहा, ‘अगर वह वास्तव में मौद्रिकरण के खिलाफ हैं, तो राहुल गांधी ने एनडीएलएस के मौद्रिकरण के आरएफपी को क्यों नहीं फाड़ दिया?’
‘एक जिला, एक उत्पाद निर्यात’ को बढ़ावा दें बैंक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने ‘एक जिला, एक उत्पाद निर्यात’ एजेंडा आगे बढ़ाने के लिए बैंकों को राज्यों के साथ मिलकर काम करने को कहा। उन्होंने बैंकों से कहा कि वे निर्यातकों के संगठनों से बातचीत कर उनकी जरूरतों को समझें।